पन्ना की खूबसूरत 'बाघिन' बन गई संजय टाइगर रिजर्व की शोभा

Pannas beautiful Tigress became the beauty of Sanjay Tiger Reserve
पन्ना की खूबसूरत 'बाघिन' बन गई संजय टाइगर रिजर्व की शोभा
पन्ना की खूबसूरत 'बाघिन' बन गई संजय टाइगर रिजर्व की शोभा

डिजिटल डेस्क पन्ना। पन्ना टाईगर रिजर्व की खुबसूरत बाघिन पी-213(33) अब पन्ना टाईगर रिजर्व की बाघिन न हो कर संजय टाईगर रिजर्व की शोभा बन गयी है। पन्ना टाईगर रिजर्व की इस खुबसूरत और फूर्तीली बाघिन को पन्ना टाईगर रिजर्व द्वारा गत दिवस 25 मार्च को हाथियों की मदद से घेराबंदी के बाद ट्रेन्कुलाईज करते हुये बेहोश करने के बाद रेस्क्यू वाहन से संजय टाईगर रिजर्व सीधी भेज दिया गया। जहां पर उसे सुरक्षित तरीके से छोड़े जाने की जानकारी सामने आयी है।
बस्ती में करने लगी थी भ्रमण
पन्ना टाईगर रिजर्व की शान रही इस बाघिन के पार्क के कोर जोन एरिया से बाहर निकल कर अमानगंज स्थित बफर जोन स्थित आस-पास के गांवों तथा उत्तर वन मण्डल के इलाके में चहल कदमी की जानकारियां अकसर सामने आती रही और इसे विगत तीन माह से स्वच्छंद रूप से विचरण करते लोगो द्वारा देखा गया था। पन्ना, अमानगंज सड़क को क्रॉस करते हुये इस बाघिन के सुन्दर दृष्य चर्चाओं में रहे है। जनवरी वर्ष 2016 में बाघिन पी-213 द्वारा अपने तीसरे लिटर में 3 शावकों को जन्म दिया गया था। जिसका एक नर बाघ पी-213(31) पन्ना टाईगर रिजर्व को छोड़ कर इस समय दक्षिण वन मण्डल में डिस्पर्सल हो चुका है। बाघिन पी-213(33) के अकसर पन्ना टाईगर रिर्जव के कोर जोन एरिया से निकल कर बफर जोन एरिया और उत्तर वन मण्डल में डिस्पर्सल होने की जानकारी पन्ना टाईगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा उच्च स्तरीय प्रबंधन को भेजी गयी। जिसके बाद पन्ना टाईगर रिजर्व से भेजे गये प्रस्ताव को मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक मध्यप्रदेश शासन द्वारा बाघिन पी-213(33) को अमानगंज के बफर जोन परिक्षेत्र के गहदरा गांव के पास से हाथियों और कर्मचारियों की मदद से घेराबंदी की गयी ।
सफल रहा अभियान
 उसे ट्रेन्कुलाईज करते हुये बेहोश किया गया और बाघिन के बेहोश हो जाने के बाद उसे रेस्क्यू वाहन से संजय टाईगर रिजर्व सीधी रवाना किया गया। इस कार्य में पन्ना टाईगर रिर्जव के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ.संजीव गुप्ता सहित विभिन्न परिक्षेत्र अधिकारी एवं क्षेत्रीय कर्मचारियों शामिल हुये। इस संबंध में पन्ना टाईगर रिजर्व के फील्ड डारेक्टर ने बताया कि संजय टाईगर रिर्जव में बाघों की कमी थी। जिसके संतुलन के लिये टाईगर रिजर्व के कोर एरिया से बाहर बफर एवं उत्तर वन मण्डल के क्षेत्र में पिछले तीन माह से डिस्पर्सल कर रही बाघिन पी-213(33) को संजय टाईगर रिजर्व भेजने की सफलतापूर्वक कार्यवाही की गयी।  

 

Created On :   26 March 2018 2:29 PM GMT

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