आरटीई के तहत नहीं मिल रहा प्रवेश- प्रक्रिया शुरू न होने से परेशान हो रहे अभिभावक

Parents are disturbed by unavailability of admission under RTE
आरटीई के तहत नहीं मिल रहा प्रवेश- प्रक्रिया शुरू न होने से परेशान हो रहे अभिभावक
आरटीई के तहत नहीं मिल रहा प्रवेश- प्रक्रिया शुरू न होने से परेशान हो रहे अभिभावक

डिजिटल डेस्क अनूपपुर । शासन द्वारा अप्रैल माह से नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ कर दिया गया है। जिसके तहत शासकीय व निजी विद्यालयों में छात्रो का दाखिला प्रारंभ होने के साथ ही विद्यालयों में प्रवेशोत्सव मनाया जा चुका है लेकिन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के एक महीने बीत जाने के बाद भी जिले में अभी तक आरटीई के अंतर्गत निजी विद्यालयों में नि:शुल्क प्रवेश से संबंधित कोई दिशा निर्देश विभाग को नहीं मिले हैं। अपने बच्चों का दाखिला कराने के लिए बीपीएल सूची के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार आरटीई के तहत दाखिला कराने के लिए पोर्टल के खुलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन महीने भर का समय  व्यतीत होने के बाद जिले में अभी तक यह प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। 

गरीबी रेखा सूची से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के लिए शासन द्वारा शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत निजी विद्यालयों के 25 प्रतिशत   शीटों पर निर्धन वर्ग के छात्रों का दाखिला कराए जाने के प्रावधान किए गए हैं पूर्व में जहां जुलाई माह  में यह प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती थी लेकिन इस वर्ष शैक्षणिक सत्र में बदलाव होने के बाद अप्रैल महीने का समय व्यतीत होने जा रहा है और वरिष्ठ कार्यालयों से अभी तक इस संबंध में कोई दिशा निर्देश सर्व शिक्षा अभियान विभाग को नहीं मिले हैं। 

208 निजी विद्यालयों में होना है दाखिला 
जिले में 208 निजी प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं जिनमें प्रत्येक वर्ष आरटीई के तहत  प्रवेश प्रक्रिया कराई जाती थी लेकिन इस वर्ष शासन के निर्देशानुसार शैक्षणिक सत्र तो अप्रैल महीने से प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन अभी तक शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत निर्धन वर्ग के  छात्रोंं को निजी विद्यालयों में नि:शुल्क दाखिला दिलाने के लिए आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो पाई है। जिस वजह से अभिभावक परेशान हैं। 

निजी विद्यालय कर रहे भ्रमित 
अप्रैल महीने से शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के साथ ही विद्यालयों में बच्चों का दाखिला प्रारंभ हो गया है और निर्धन वर्ग के जो अभिभावक अपने बच्चों को आरटीई के तहत प्रवेश दिलाना चाहते हैं वह विद्यालयों में जाकर इससे संबंधित जानकारी ले रहे हैं। जहां निजी विद्यालय प्रबंधन के द्वारा अभिभावकों को भ्रमित किया जा रहा है। जिस वजह से अभिभावक परेशान हैं। विद्यालय प्रबंधन के द्वारा कम शीट होने होने व आरटीई के आवेदन प्रक्रिया मे विलंब होने को लेकर डरा रहे हैं। जिस वजह से पात्र  परिवार भी आरटीई प्रक्रिया को छोड़ निजी खर्चे पर विद्यालयों में दाखिला कराने के लिए विवश हो रहा है। 

इनका कहना है। 
अभी तक इससे संबंधित दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं, 15 जून के पूर्व ही आरटीई की कार्यवाही पूर्ण की जानी है। 
(हेमन्त खैरवार, समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान)

 

Created On :   28 April 2018 11:10 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story