6 माह के अबोध को जंगल में लावारिश छोड़कर लापता हो गए परिजन

Parents left six month minor in forest
6 माह के अबोध को जंगल में लावारिश छोड़कर लापता हो गए परिजन
6 माह के अबोध को जंगल में लावारिश छोड़कर लापता हो गए परिजन

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(देवसर)। अभी तक कन्या भ्रूण और लाड़लियों के ही झाड़ियों में फेंके जाने की घटनाएं प्रकाश में आ रही थी। लेकिन सोमवार की दोपहर किसी निष्ठुर ने अपने लगभग 6 महीने के लाड़ले को जंगल में फेंककर अपने कुकर्मों की सजा उस अबोध को दे दी। भला हो उन ग्रामीणों की जिन्होंने समय  रहते उस बच्चे की देखभाल ही नही की बल्कि उसे सुरक्षा और उपचार देने के लिये डायल-100 को सूचित कर दिया। बच्चे को जियावन थाना क्षेत्र के ग्राम रेही कर्थुआ के जंगल से दोपहर लगभग 2 बजे पुलिस ने बरामद किया है। अबोध बालक किसी अच्छे परिवार का लगता है जिसके पास से एक पॉलिथीन में एक दो कपड़े भी मिले हैं। फिलहाल बच्चा सुरक्षित है और उसका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवसर में कराया गया है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी माता पिता के विरूद्ध आईपीसी 317 के तहत मामला दर्ज कर उनकी पतासाजी शुरू कर दी है।

चाइल्ड केयर संस्था की सुपुर्दगी के लिये वैढन भेजा

बच्चे के मिलने की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी नेहरू सिंह खंडाते व उनकी टीम ने पहुंच कर उसे ग्रामीण सोनकली गुर्जर पति मोहित लाल गुर्जर व उसके बेटे मारकं डेय गुर्जर की मद्द से स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। बताया जाता है कि सागौन के जंगल में जहां से बच्चा पाया गया है वहां दूर दूर तक कोई वाहन भी नही आ सकता है। इससे कयास लगाये जा रहे हैं कि वह स्थानीय गांव से ही उसे किसी दम्पत्ति ने मनमुटाव होने पर परित्यक्त कर दिया हो। बेहद खूबसूरत बच्चे को चिकित्सकों ने पूरी तरह स्वस्थ्य बताया जिसके उपरांत पुलिस ने  बच्चों को चाइल्ड केयर संस्था की सुपुर्दगी के लिये वैढन भेजा है। बच्चे के अज्ञात माता पिता के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है। इस बच्चे को सुरक्षित बरामद करने में थाना प्रभारी श्री खंडाते, सहायक उपनिरीक्षक बृजभान सिंह,आरक्षक अभिषेक त्रिपाठी, विक्रम द्विवेदी ने सराहनीय कार्य किया।
 

Created On :   30 July 2019 8:03 AM GMT

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