कर्नाटक चुनाव के बाद लगातार दूसरे दिन बढ़े पेट्रोल- डीजल के दाम

Petrol and diesel prices hiked post Karnataka elections
कर्नाटक चुनाव के बाद लगातार दूसरे दिन बढ़े पेट्रोल- डीजल के दाम
कर्नाटक चुनाव के बाद लगातार दूसरे दिन बढ़े पेट्रोल- डीजल के दाम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक चुनाव के बाद लगातार दूसरे दिन देशभर में पेट्रोल - डीजल की कीमतों में इजाफा हुआ है। दिल्ली में पहली बार पेट्रोल 75 रुपए के पास पहुंचा है। मंगलवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल पर 15 पैसे की बढ़ोतरी की है। इससे पेट्रोल चार साल के सबसे उच्चतम स्तर 75.10 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। दिल्ली में डीजल की कीमत 66.57 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है। डीजल का भी ये अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया 68 के पार पहुंच गया है। ये 16 महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। 

 

 

बता दें कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने 19 दिनों के लिए परिवर्तनीय मूल्य निर्धारण प्रणाली पर रोक लगा दी थी। जिससे ग्राहकों के बीच अनावश्यक तनाव न फैले। सोमवार को परिवहन ईंधन के लिए परिवर्तनीय मूल्य निर्धारण प्रणाली की बहाली के साथ दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 74.80 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गईं थीं। 

 

पेट्रोल की कीमत-

 

दिल्ली- 75.10 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता-  77.50 रुपये प्रति लीटर
मुंबई - 82.94 रुपये प्रति लीटर 
चेन्नई -77.61 रुपये प्रति लीटर

 

डीजल की कीमत-

 

दिल्ली- 66.57 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता-68.68 रुपये प्रति लीटर
मुंबई- 70.88 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई- 69.79 रुपये प्रति लीटर 

 

इससे पहले कर्नाटक चुनाव खत्म होने के दो दिन बाद ही यानी 14 मई को पेट्रोल और डीजल के दामों में 17 पैसे और 21 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई थी। मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ी हैं। सबसे ज्यादा वृद्धि चेन्नई में पेट्रोल की कीमतों में हुई है। चेन्नई में 16 पैसे की वृद्धि के साथ पेट्रोल की कीमत 77.61 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है। वहीं डीजल का भाव 70.88 रुपए प्रति लीटर हो गया है। वहीं मुंबई में पेट्रोल का कीमत 82.94 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 70.88 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है।

 

कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर 24 अप्रैल से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमतें नहीं बढ़ाई गई थीं। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल चार साल के उच्चतम स्तर पर है। वहीं भारतीय रुपया 16 महीने में निचले स्तर पर है। जानकारी के मुताबिक रुपए में गिरावट के बावजूद कंपनियों ने 19 दिनों तक पेट्रोल -डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं किया था।

 

सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत सितंबर 2013 के बाद से अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गई थीं। 2013 में पेट्रोल की कीमत 76.06 रुपये प्रति लीटर थी। कीमतों में अंतिम बार बढ़ोत्तरी 24 अप्रैल को हुई थी। तब पेट्रोल की कीमत 74.63 रुपये प्रति लीटर थी। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई जैसे मेट्रो सिटी में सोमवार को पेट्रोल की कीमतें कई सालों के उच्च स्तर पर पहुंच गईं।


अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के बावजूद कीमतों में पिछले 19 दिनों से कोई बदलाव नहीं हुआ था। जिसे कर्नाटक चुनाव से पहले एक राजनीतिक कदम करार दिया जा रहा है। IOC के अध्यक्ष ने 8 मई को कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय दरों में बढ़ोत्तरी के बावजूद परिवर्तनीय मूल्यों पर अस्थाई तौर से रोक लगा दी गई है, जिससे ग्राहकों के बीच डर न रहे। उपभोक्ताओं के लिए अस्थाई राहत सोमवार को मूल्य वृद्धि के साथ खत्म हो गई।

 

गौरतलब है कि मोदी सरकार जब केंद्र की सत्ता में आई थी, उस समय दिल्ली में पेट्रोल की कीमत करीब 71 रुपए 41 पैसे प्रति लीटर और डीजल 56 रुपए 71 पैसे प्रति लीटर थी। ऐसे में मोदी सरकार के पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने में दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। 
 

Created On :   16 May 2018 5:03 AM GMT

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