पेट्रोल, डीजल के दामों में बढ़ोतरी, क्यों बढ़ रहे हैं दाम, ऐसे समझें

पेट्रोल, डीजल के दामों में बढ़ोतरी, क्यों बढ़ रहे हैं दाम, ऐसे समझें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बुधवार को भी बढ़ोतरी जारी रही। ये कीमतें तीन साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि वह पेट्रोलियम-डीजल को भी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत लाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधान ने कीमतें कम करने के लिए राज्य सरकारों से भी पेट्रोल-डीजल से सेल्स टैक्स/वैट की दरों में कटौती करने का आग्रह किया है। 

बुधवार को देश के चार महानगरों में पेट्रोल के दाम इस प्रकार रहे। मुंबई में सोमवार को पेट्रोल की कीमत 80 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई जबकि डीजल 67।10 प्रति लीटर रुपया रहा। दिल्ली में पेट्रोल 72.43 रुपये प्रति लीटर रहा, जो कि अगस्त 2014 में 72.51 रुपये था। कोलकाता में यह 75.13 रुपये रहा, चेन्नई में 75.12 रुपये रहा। इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें 70 डॉलर/बैरल तक पहुंच गई हैं। जिसके चलते पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी जारी है।

दिल्ली में डीजल का दाम 63.38 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। वहीं कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में यह 66.04, 67.50 और 66.84 रुपये प्रति लीटर पर रहा। वैश्विक भू-राजनीतिक संकट, ज्यादा मांग और कम उत्पादन की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को कारण बताया जा रहा है।

जानकारों का मानना है कि इस साल कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल पहुंच सकती है, वहीं 2019 तक इसके 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने की संभावना है। इसका मतलब यह है कि यदि सरकार का हस्तक्षेप नहीं हुआ तो भारत में ईंधन की कीमत और बढ़ सकती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑइल मिनिस्ट्री ने हाल ही में संकेत दिया था कि अगर कच्चे तेल की कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल पहुंचती है तो सरकार खुदरा ईंधन पर लगाई गई एक्साइज ड्यूटी की फिर से समीक्षा करेगी। 
 

Created On :   24 Jan 2018 1:17 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story