'लोकसभा में हुए काम से मैं संतुष्ट नहीं हूं, अगर मोदी है तो ये 200 प्रतिशत होना चाहिए'

'लोकसभा में हुए काम से मैं संतुष्ट नहीं हूं, अगर मोदी है तो ये 200 प्रतिशत होना चाहिए'
हाईलाइट
  • 16 वीं लोकसभा में हुए काम से मैं संतुष्ट नहीं हूं - पीएम मोदी
  • राष्ट्रीय युवा संसद कार्यक्रम में पीएम मोदी ने युवाओं को किया संबोधित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के अगले दिन जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद कार्यक्रम में पहुंचे पीएम मोदी ने युवाओं से कहा,"" मैं आपका  जोश और ऊर्जा खुद के अंदर अनुभव करता हूं। संवाद के अच्छी प्रक्रिया जनतंत्र को सफल बनाती है।आप बीते दो दिन से देश और समाज से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। चर्चा और संवाद की यह प्रक्रिया, देश के जनतंत्र को सशक्त करती है।"" 

लोकसभा के काम को लेकर पीएम मोदी ने कहा, देश के विस्तार के लिए योजनाओं पर सुधार के लिए मेरे पास किए सुझाव आए हैं। 16वीं लोकसभा में एवरेज प्रोडक्टिविटी 85 प्रतिशत रही। करीब 205 बिल पास हुए। 15वीं लोकसभा की तुलना में 16वीं लोकसभा ने 20 प्रतिशत ज्यादा काम किया, लेकिन मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं। अगर मोदी है तो ये 200 प्रतिशत होना चाहिए। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी बात को एक शायरी के साथ खत्म किया। पीएम मोदी ने कहा, एक शायर ने कहा था कि ""उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है मुझे यक़ीं है कि ये आसमां कुछ कम है"

 

 

युवा संसद सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा हमें नए विचारों को लाने की जरूरत है, वैसे विचार जो समाज और देश को जोड़ता हो। उन्होंने कहा कि मेरे सामने न्यू इंडिया की तस्वीर है। जो लोग सिलेबस में बंधे होते हैं, वे लोग यहां नहीं आते हैं। यहां अगर आप लोग आए हैं तो इसका मतलब है कि आप सिलेबस के बाहर भी देखते और पढ़ते हैं। क्योंकि परोसा हुआ माल गड़बड़ होता है। इसलिए मुझे यकीन है कि आप परोसे हुए माल के अलावा भी देखते हैं। उम्मीद है आप युवा परोसी हुई चीज नहीं ग्रहण करते होंगे, बल्कि खुद फैक्ट ढूंढते होंगे। पीएम मोदी ने कहा, बिनोवा भावे कहते थे कि अ-सरकारी चीजें असरकारी होती हैं। 

युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, मैं हर बात पहले नहीं बताता, धीरे-धीरे सारी चीजें सामने लाता हूं। जब मैं कोई काम करता हूं कि  सतत प्रक्रिया के अंतर्गत काम करता हूं। इस पर ही मेरा यकीन है। मैं कभी भी टोकनिज्म पर विश्वास नहीं करता हूं। मेरे काम की एक लंबी प्लानिंग होती है। पीएम मोदी ने कहा आज के युग में महात्मा गांधी से बड़ा कम्यूनिकेटर और कोई नहीं। हमारी वाणी इम्प्रेसिव (Impressive) हो या न हो, लेकिन इंस्पायरिंग (Inspiring) जरूर होनी चाहिए। 

 

 

 

 

Created On :   27 Feb 2019 6:03 AM GMT

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