बिजनेस रैंकिंग पर बोले मोदी- वर्ल्ड बैंक में रह चुके लोग ही उठा रहे सवाल 

PM Modi has targeted opposition, Speaking on business rankings
बिजनेस रैंकिंग पर बोले मोदी- वर्ल्ड बैंक में रह चुके लोग ही उठा रहे सवाल 
बिजनेस रैंकिंग पर बोले मोदी- वर्ल्ड बैंक में रह चुके लोग ही उठा रहे सवाल 

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को प्रवासी भारतीय केंद्र में इंडियन बिजनेस रिफॉर्म कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मोदी ने इज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैकिंग सुधार का जिक्र करते हुए आलोचकों पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि "इस समय उत्सव का माहौल है। विश्व बैंक ने भारत के आर्थ‍िक क्षेत्रों में हुए सुधार को सराहा है और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से लोगों का जीवन भी आसान बन रहा है। मोदी ने आगे कहा कि "और क्या काम है मेरे पास बस एक ही काम है-ये देश, मेरे देश के सवा सौ करोड़ लोग और उनके जीवन में बदलाव लाना।" पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज वहां पहुंच चुका है जहां से आगे बढ़ना और आसान है। 

 

 

 

 

 

विपक्ष पर साधा निशाना

पीएम मोदी इंडिया बिजनेस रिफॉर्म के मेक इन इंडिया सेशन को संबोधित करते हुए विपक्ष पर वार भी किए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को भारत की बिजनेस रैकिंग 142 से 100 होना अच्छा नहीं लग रहा है। उन्हें फर्क नहीं पड़ता है। पीएम मोदी ने कहा कि ये तब है, जब कुछ लोग वर्ल्ड बैंक में रह चुके हैं। वो लोग ही आज भारत की रैंकिंग पर सवाल उठा रहे हैं। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने इज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग पर सवाल उठाए थे।

 

 

वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि "मैं वैसा पीएम हूं जिसने वर्ल्ड बैंक की बिल्ड‍िंग भी नहीं देखी जबकि पहले वर्ल्ड बैंक चलाने वाले लोग यहां बैठा करते थे।" पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि "विपक्ष को कुछ करना तो है नहीं और जो हो रहा है उस पर भी सवाल उठा रहे हैं।"

मोदी ने गिनवाईं खुद की उपलब्धियां?

 

-भारत उस पोजिशन पर पहुंच गया है, जहां से वो अब आगे ही बढ़ेगा। उनके प्रयासों को अब गति मिलना शुरू हो गई है। 

-हालांकि इज ऑफ डूइंग रिपोर्ट में जीएसटी के निर्णय को शामिल नहीं किया गया है, जबकि जीएसटी के साथ हम एक नए मॉर्डन टैक्स पॉलिसी की ओर आगे बढ़ रहे हैं। 

-भारत युवा देश है और नौकरी पैदा करना यहां एक अवसर भी है और चुनौती भी।

-फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट में हम सबसे आगे हैं। हमने बिजनेसमैन लोगों के दुख को समझा है। उन्हें दूर करने की कोशिश की है। टेक्नोलॉजी की मदद से बिजनेस को आसान करने की कोशि‍श की है।

-तीन सालों में कारोबार करना और टैक्स देना आसान हुआ है। 

-पासपोर्ट बनाना, ड्राइविंग लाइसेंस लेना, बिजली कनेक्शन लेना सब आसान किया है। 

Created On :   4 Nov 2017 9:17 AM GMT

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