PM मोदी ने किया विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन, बोले आम जन के लिए अनुसंधान करें

PM Modi to inaugurate Science Congress in Manipur University
PM मोदी ने किया विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन, बोले आम जन के लिए अनुसंधान करें
PM मोदी ने किया विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन, बोले आम जन के लिए अनुसंधान करें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मणिपुर विश्वविद्यालय परिसर में विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन किया। प्रदेश में पहली बार हुए इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देशभर से कम से कम 5,000 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बता दें कि इन 5,000 प्रतिनिधियों में से 2,000 वैज्ञानिक शामिल हुए। यूपी में हुए उपचुनावों के नतीजों के बाद पीएम मोदी का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा कि वे आम लोगों के फायदे के लिए अनुसंधान करें। उन्होंने कहा कि आर एंड डी को राष्ट्र के विकास के लिए अनुसंधान के रूप में पुन: परिभाषित करने का यह श्रेष्ठ समय है। 

पीएम बोले अनुसंधान का विस्तार करें

105वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की समृद्ध परंपरा रही है और खोज तथा विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल का लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय से अपने अनुसंधान का विस्तार करने का अनुरोध किया और कहा, ""इस क्षेत्र में अग्रणी देशों के बीच अपने सही स्थान का फिर से दावा करने का यह सही समय है।

प्रोद्यौगिकियों को भविष्य में लागू तैयार रहना चाहिए

मोदी ने कहा कि राष्ट्र की समृद्धि और विकास के लिए अहम प्रोद्यौगिकियों को भविष्य में लागू करने के लिए देश को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ""  प्रोद्यौगिकी शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल एवं बैंकिंग सेवा की नागरिकों तक ज्यादा पहुंच हासिल करने में मदद देगी। उन्होंने कहा कि आज इस बात की जरूरत है कि अपनी वैज्ञानिक उपलब्धियों को समाज तक पहुंचाया जाए। इससे युवाओं का वैज्ञानिक मिजाज बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहा,""  हमें अपने संस्थान और प्रयोगशालाएं अपने बच्चों के लिए खोलने होंगे। मैं वैज्ञानिकों से अनुरोध करता हूं कि स्कूली बच्चों के साथ संवाद कायम करने के लिए वह कोई तंत्र विकसित करें।

वैज्ञानिकों से बोले पीएम बच्चों के साथ बिताए समय

मोदी ने कहा, ""  बाजार में फिलहाल उपलब्ध सोलर मॉड्यूल की क्षमता करीब17-18  फीसदी है। क्या हमारे वैज्ञानिक और किफायती सोलर मॉड्यूल विकसित करने की चुनौती स्वीकार करेंगे,  जिसे समान लागत पर भारत में ही बनाया जा सके। युवाओं में वैज्ञानिक चिंतन विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से"" व्यक्तिगत अनुरोध किया कि वह कक्षा नौंवी से बारहवी कक्षा के 100 छात्रों के साथ सालाना 100 घंटे बिताएं और उनके साथ विज्ञान और प्रोद्यौगिकी पर चर्चा करें। उन्होंने 2022  तक 100 गीगावॉट की क्षमता की स्थापित सौर ऊर्जा का लक्ष्य तय किया। 

प्रधानमंत्री लुवांगपोकपा बहुखेल परिसर का भी उद्घाटन किया और लोगों को संबोधित किया।  

मेरीकॉम बॉक्सिंग एकेडमी भी गए पीएम मोदी

पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में इंडियन साइंस कांग्रेस के आयोजन के बारे में बताते हुए विवि के कुलपति प्रो आद्य प्रसाद पांडे ने कहा कि राज्य में साइंस कांग्रेस का आयोजन पहली बार होगा। पीएम मोदी यहां पर लुवांगशांगबाम स्थित लुवांगपोकपा मल्टी स्पोटर्स कॉम्पलेक्स और इंफाल पश्चिमी जिले में मेरीकॉम बॉक्सिंग एकेडमी में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र कुमार और पहलवान सुशील कुमार भी मौजूद रहेंगे। मणिपुर के पश्चिमी इंफाल जिले में स्थित मैरी कॉम मुक्केबाजी अकादमी 3.3 एकड़ में फैली है और राजधानी से 10 किलोमीटर दूर है। इसमें फिलहाल 45 युवा मुक्केबाज प्रशिक्षण ले रहे हैं जिनमें 20 लड़कियां शामिल हैं। मणिपुर सरकार ने 2013 में यह जमीन आवंटित की थी। अकादमी की स्थापना राष्ट्रीय खेल विकास कोष से मिली राशि से हुई।

पीएम के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों को विश्वविद्यालय और प्रतिनिधियों के रहने वाले होटलों में तैनात किया गया। इस कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रो. मोहम्मद युनूस, प्रो. हीरोशी अमानो और दलाई लामा भी शरीक हुए।

मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर समूचे मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। इससे पहले ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर वैज्ञानिकों को बधाई दी थी और विज्ञान प्रेमियों का भी अभिवादन किया था। मन की बात में भी इस कार्यक्रम का जिक्र पीएम मोदी ने किया था। भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन हर साल होता है। आम तौर पर जनवरी के पहले सप्ताह में इसका आयोजन होता है। देशभर से शीर्ष वैज्ञानिक इस सम्मेलन में शिरकत करते हैं। पिछली विज्ञान कांग्रेस का आयोजन आंध्रप्रदेश में तिरूपति में हुआ था। वर्ष 1914 से भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन, विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया जा रहा है।

Created On :   16 March 2018 3:04 AM GMT

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