PM मोदी ने कहा GST में बदलाव संभव, जानिए स्पीच की बड़ी बातें

PM Narendra Modi at golden jubilee celebrations of ICSI in vigyan bhawan new delhi
PM मोदी ने कहा GST में बदलाव संभव, जानिए स्पीच की बड़ी बातें
PM मोदी ने कहा GST में बदलाव संभव, जानिए स्पीच की बड़ी बातें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) के गोल्डन जुबली ईयर समारोह का उद्घाटन किया। वह सभा में मौजूद कंपनी सेक्रेटरी (CS) को संबोधित कर रहे थे। पीएम ने इस दौरान बिना नाम लिए अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की निराशा फैलाने की आदत होती है। इनकी पहचान करना बेहद जरूरी है। गोल्डन जुबली समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ICSI के 50वें वर्ष में प्रवेश करने पर संस्था से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। 

जीएसटी पर बात करते हुए मोदी ने कहा कि जरूरत पड़ी, तो जीएसटी में बदलाव संभव है। जीएसटी काउंसिल इस पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में एक लाख 20 हजार किमी लंबी सड़कें बनी, जो पिछली की सरकारों के मुकाबले ज्यादा हैं।


GST पर क्या बोले-

  • GST से व्यापारियों को होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार कदम उठाएगी। 
  • व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं है। पिछले रिकॉर्ड नहीं खंगाले जाएंगे। 
  • हम हालात बदलने के लिए कदम उठा रहे हैं। 


PM मोदी की स्पीच की बड़ी बातें

वित्तीय मामलों को लेकर हमारी आलोचना हुई है। हम इसे दिल से स्वीकार करते हैं। आलोचकों की हर बात गलत नहीं होती है, लेकिन देश में निराशा नहीं फैलाएं।

  • सीएस एक लाख युवाओं को ट्रेनिंग देकर GST पर मदद करें।
  • सीएस से यह वादा कर सकते हैं कि साल 2022 तक ऐसा करेंगे कि देश में एक भी शेल कंपनियां नहीं रहेंगी।
  • मुद्रा योजना से लोगों के जीवन में बदलाव हो रहा है। जब दो लाख फर्जी कंपनियों को बंद किया, तो भी मोदी का पुतला नहीं जलाया गया।
  • मैं जानता हूं कि रेवड़ी बांटने के बजाय लोगों और देश को सशक्त करने के काम में कई बार मुझे आलोचना का भी सामना करना पड़ेगा
  • मैं अपने वर्तमान की चिंता में देश के भविष्य को दांव पर नहीं लगा सकता हूं। 

उन्होंने सवाल किया कि क्या

  • 350 का LED बल्ब सिर्फ 45 रुपये में मिल रहे हैं। 
  • पिछले तीन साल में ऑटोमोबाइल सेक्टर में 44 फीसदी इजाफा हुआ। 
  • हार्डवेयर क्षेत्र में 53 फीसदी विदेशी निवेश आया।
  • मेहनत से कमाए गए आपके एक एक पैसे की कीमत हमारी सरकार समझती है। 
  • इसलिए गरीबों और मध्यम वर्ग की जिंदगी पर ध्यान रखा जा रहा है कि इनकी जिंदगी आसान बनाई जाए। उनके पैसों की भी बचत कराएं।

देश के आर्थिक क्षेत्र को खोलने के बाद से लेकर अब तक बहुत विदेशी निवेश भारत में हुआ है, उसकी तुलना अगर पिछले तीन वर्षों में हुए निवेश से करें, तो पता चलेगा कि हमारी सरकार क्या सुधार कर रही है, और उसका रिजल्ट क्या है।

  • हम लकीर के फकीर नहीं हैं, हम दावा भी नहीं करते कि सारा ज्ञान हमारे पास है।
  • कार और वाहनों की विक्री में इजाफा हुआ है। 
  • हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
  • ट्रैक्टर की खरीददारी में 34 फीसदी का इजाफा हुआ है। 
  • जून 2017 के बाद consumption में भी वृद्धि हुई है। 

खर्चा

  • हमारी सरकार ने अपने तीन साल में Renewable Energy सेक्टर पर 10 हजार 600 करोड़ रुपए से भी अधिक खर्च किए हैं। 
  • हाउसिंग सेक्टर में काफी तेजी आई है। पिछले तीन वर्षों में 21 सेक्टरों से जुड़े 87 छोटे-बड़े Reform किए गए हैं।  
  • रक्षा सेक्टर, विनिर्माण सेक्टर, Financial Services, Food Processing जैसे कितने ही सेक्टरों में निवेश के नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं।

अंतरराष्ट्रीय मामलों पर क्या बोले

  • एक दौर वो था जब अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में भारत को एक नए ग्रुप का हिस्सा बनाया गया था।
  • ये ग्रुप जी-7, जी-8, जी-20 जैसा ग्रुप नहीं था। 
  • इस ग्रुप का नाम था- Fragile Five।
  • मैं ना कोई अर्थशास्त्री हूं और ना ही कभी मैंने ऐसा दावा किया है
  • लेकिन आज जब अर्थव्यवस्था पर इतनी चर्चा हो रही है, तो मैं आपको फ्लैसबैक में भी लेकर जाना जाता हूं।
  • PM मोदी ने कहा कि ऐसी गिरावट अर्थव्यवस्था के लिए और ज्यादा खतरनाक थी, क्योंकि इन वर्षों में भारत  Higher Inflation, Higher Current Account Deficit और Higher Fiscal Deficit से जूझ रहा था।

CS को लेकर क्या बोले

  • सीएस अपनी जिम्मेदारी जिस तरह से निभाते हैं। उसी से देश का corporate culture तय होता है। 
  • आपकी संस्था का motto भी है- “सत्यम वद्, धर्मम चर्” यानी सत्य बोलो और नियम-कानून का पालन करो। 
  • आपकी दी हुई सही या गलत सलाह देश के कॉरपोरेट गवर्नेंस 1को प्रभावित करती है।
  • देश में भी मुट्ठी भर लोग ऐसे हैं, जो देश की प्रतिष्ठा को, हमारी ईमानदार सामाजिक संरचना को कमजोर करने का काम करते रहे हैं। इन लोगों को सिस्टम और संस्थाओं सेहटाया जा रहा है
  • यह सरकार के अथक परिश्रम का ही परिणाम है कि आज देश की अर्थव्यवस्था कम कैश के साथ चल रही है। 

नोटबंदी पर ये कहा

  • नोटबंदी के बाद Cash to GDP Ratio अब 9 प्रतिशत पर आ गया है। 
  • आठ नवंबर 2016 से पहले ये 12 प्रतिशत से ज्यादा हुआ करता था। 
  • डोकलाम मामले को लेकर भी कुछ लोगों को हताशा हुई। 
  • पिछली सरकार के 6 साल में 8 बार ऐसे मौके आए जब विकास दर 5।7 प्रतिशत या उससे नीचे गिरी। 
  • देश की अर्थव्यवस्था ने ऐसे क्वार्टर्स भी देखे हैं, जब विकास दर 0।2 प्रतिशत, 1।5 प्रतिशत तक गिरी।

Created On :   4 Oct 2017 1:52 PM GMT

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