म्यांमार में बोले मोदी : बड़े फैसले लेने से नहीं डरता, दोनों देशो के बीच हुए 11 समझौते

PM Narendra Modi In Myanmar LIVE Modi Addresses Indian Community
म्यांमार में बोले मोदी : बड़े फैसले लेने से नहीं डरता, दोनों देशो के बीच हुए 11 समझौते
म्यांमार में बोले मोदी : बड़े फैसले लेने से नहीं डरता, दोनों देशो के बीच हुए 11 समझौते

डिजिटल डेस्क, यंगून। अपने तीन दिन की म्यांमार दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ डेलिगेशन लेवल की वार्ता की। दोनों नेताओं ने वार्ता के बाद जॉइंट प्रेस वार्ता किया। जिसमें भारत और म्यांमार के बीच कुल 11 समझौते हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि हम फैसले लेने से नहीं डरते।

यांगून में दिए गए अपने भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों की भावनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। बर्मी भाषा में भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि वह बचपन से ही कोई धार्मिक और आध्यात्मिक शहर जाना चाहते थे, यांगून आकर उनका यह सपना पूरा हुआ। प्रवासी भारतीयों को लेकर अपनी योजनाओं के बारे मोदी ने बताया कि वीजा जैसी जरूरतों के लिए भारतीय दूतावसों का दरवाजा 24 घंटे खुला है।

पीएम ने अपने भाषण के दौरान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में म्यांमार की भूमिका और विपाशना का भी जिक्र किया। साथ ही उन्होंने वहां की धरती का उल्लेख करते हुए कहा कि इस धरती ने ही बहादूर शाह जफर को दो गज जमीन दी है।

जीएसटी और नोटबंदी का भी जिक्र
पीएम मोदी ने भाषण में सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी, जीएसटी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसे कदमों से भ्रष्टाचारियों पर नकेल कासी गई है। नरेंद्र मोदी ने जीएसटी को गुड ऐंड सिंपल टैक्स बताते हुए कहा कि इस योजना के शुरु होने के बाद लाखों कारोबारी पहली बार टैक्स सिस्टम से जुड़े हैं। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को फायदा मिल रहा है।

हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं
पीएम मोदी ने भाषण देते हुए कहा कि भाजपा सरकार आतंकवाद और सांप्रदायिकता के खिलाफ कई कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि वह आतंकवाद, गरीबी, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता मुक्त न्यू इंडिया बनाना चाहते हैं। मोदी ने प्रवासी भारतीयों को न्यू इंडिया वेबसाइट के जरिए इस मिशन में शामिल होने को कहा।

म्यांमार से समझौता
पीएम ने अपनी भाषण में म्यांमार से हुए समझौते का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, म्यांमार से भारत का रिश्ता अब और मजबूत होगा। ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर, बॉर्डर समझौते और क्रॉस बॉर्डर मोटर व्हीकल समझौतों के जरिए दोनों देशों के बीच आदान प्रदान बढ़ाया जाएगा।

दोनों देशों के बीच 11 करार
दोनों देशों ने मैरिटाइम सिक्युरिटी और रिश्तों को मजबूत करने 11 समझौते हुए। इनमें इलेक्शन कमीशन एंड यूनियन इलेक्शन ऑफ म्यांमार, नेशनल लेवल इलेक्टोरल कमीशन ऑफ म्यांमार, भारत और म्यांमार के बीच डेमोक्रेटिक इंस्टीटयूट्शन को और मजबूत करना, इलेक्शन कमीशन एंड यूनियन इलेक्शन ऑफ म्यांमार, नेशनल लेवल इलेक्टोरल कमीशन ऑफ म्यांमार के मुद्दे अहम रहे। दोनों देशों ने यामेंथिन में वुमंस पुलिस को ट्रेनिंग सेंटर को अपग्रेड करने पर भी करार किया। 2017 से 2020 के बीच कल्चर एक्सचेंज प्रोग्राम, म्यांमार प्रेस काउंसिल एंड प्रेस कॉउंसिल ऑफ इंडिया के बीच सहयोग, आईटी स्किल को बढ़ावा देने के लिए भारत और म्यांमार सेंटर स्थापित करने के लिए एग्रीमेंट और हेल्थ एंड मेडिसिन शामिल हैं।

रोहिंग्या मुस्लिमों का मुद्दा
म्यांमार में लगातार रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों ने एक बार फिर से दुनिया का ध्यान खींचा है। भारत समेत सयुंक्त राष्ट्र की भी इस मामले पर नजर है। आंकड़ों बताते हैं कि अब तक करीब 400 रोहिंग्या मुस्लिम की हत्या हो चुकी है। अपनी जान बचाने के लिए ये लोग पहाड़ों और नदियों के रास्ते म्यांमार को पार कर बांग्लादेश की ओर पलायन कर रहे हैं।

भारत-चीन के म्यांमार कितना अहम
म्‍यांमार भारत के लिए दक्षिण-पूर्वी एशिया का प्रवेश द्वार है। चीन के लिहाज से भी इसकी रणनीतिक अहमियत है। ऐसे में भारत के साथ चीन भी यहां अपना दायरा बढ़ाने में जुटा हुआ है। दोनों देश चाहेंगे कि म्‍यांमार उनके साथ खड़ा हो।

प्रेसवार्ता की मुख्य बातें
मोदी ने साझा प्रेसवार्ता में रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा उठाया। 
पीएम ने कहा कि भारत म्यांमार की चुनौतियों को समझता है और शांति के लिए हर संभव मदद करेगा। 
मोदी ने कहा कि भारत का लोकंतत्र म्यांमार के लिए भी काम आएगा। 
मेरा स्वागत इस तरह से किया गया जैसे मैं अपने घर में ही हूं।

Created On :   6 Sep 2017 2:30 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story