PNB SCAM: मेहुल चौकसी ने स्वास्थ्य के बहाने भारत आने से किया इंकार
डिजिटल डेस्क । देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए 12,607 करोड़ के घोटाले में आरोपी मेहुल चौकसी को CBIने जांच के लिए पेशी का नोटिस भेजा था, जिसपर चौकसी ने मंगलवार को जवाब भेजकर एक बार फिर से देश लौटने से इंकार कर दिया है। मेहुल चौकसी ने जांच में शामिल होने के लिए CBI के उस नोटिस का जवाब देते हुए असमर्थतता जाहिर की है। चौकसी ने पासपोर्ट, स्वास्थ्य और कई अन्य मुद्दों को उठाते हुए बहाने बनाए हैं।
चौकसी ने कहा कि "रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने मुझसे कोई संपर्क नहीं किया है और मेरा पासपोर्ट अभी भी सस्पेंड है। मैं आपके कार्यालय का सम्मान करता हूं और आश्वस्त करता हूं कि मैं भारत आने के लिए कोई बहाना नहीं बना रहा हूं।" चौकसी ने आगे कहा कि मैं फिर से दोहराना चाहता हूं कि मैं अभी विदेश में हूं और मैंने शुरू में भी आपके नोटिस का जवाब दिया। आश्चर्य की बात यह है कि उठाए गए मुद्दों पर अभी तक बात नहीं हुई है। मुझे अपनी सुरक्षा को लेकर काफी ज्यादा डर है और इसे काफी चरम तक पहुंचाया जा रहा है। मीडिया लगातार खुद से मेरा ट्रायल कर रही है और हर मामले को बेवजह तूल दे रही है।
चौकसी ने आगे कहा कि मैं फिर से कहना चाहता हूं कि कई एजेंसियों के जरिए उठाए गए कई कदमों के जरिए असहाय करके मुझे जांच के लिए पेश होने के लिए कहना गलत है। जिस तरह से मुझ पर लगे आरोपों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है उसकी वजह से मैं पूरी तरह से हैरान और निस्सहाय हूं। चोकसी ने कहा कि मैं विदेश में अपने कारोबार में बहुत व्यस्त हूं और बेवजह के आरोपों के कारण भारत में व्यापार के अनावश्यक रूप से बंद होने की वजह से कई मुद्दों सामना करना पड़ रहा है और इन्हें दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं अपने निरंतर सेहत खराब होने की वजह से भारत की यात्रा कर पाने में असमर्थ हूं।
इससे पहले मेहुल चोकसी ने CBIको जवाब दिया है कि वो अभी अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्या की वजह से यात्रा कर पाने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें दिल की बीमारी है, जिसका इलाज इसी साल फरवरी के पहले सप्ताह में हुआ है और अभी चल ही रहा है। बता दें कि मेहुल चौकसी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के सहयोगी और रिश्ते में मामा लगते है और दोनों ने मिल कर इस गोटाले को अंजाम दिया है। इम मामले में CBIजांच चल रही है और एजेंसी ने नीरव और चौकसी को 19, 23 और 28 फरवरी को जांच में जल्द शामिल होने के लिए तीन समन भेजे थे। इन समन में 7 मार्च को जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा गया था, लेकिन अभी तक दोनों भारत नहीं लौटे हैं।
क्या है PNB घोटाला?
देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक कहे जाने वाले पंजाब नेशनल बैंक में पिछले दिनों 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा किया था। हाल ही में PNB ने CBI को 1251 करोड़ रुपए के एक नए फ्रॉड की जानकारी दी है, जिसके बाद इस घोटाले की रकम 11,356 से बढ़कर 12,607 करोड़ पहुंच गई है। इस घोटाले की शुरुआत 2011 में हुई थी और पिछले 7 सालों में हजारों करोड़ रुपए फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिए गए। दरअसल, डायमंड करोबारी नीरव मोदी और उनके साथियों ने साल 2011 में डायमंड इंपोर्ट करने के लिए लाइन ऑफ क्रेडिट के लिए पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच से कॉन्टेक्ट किया।
आमतौर पर बैंक विदेशों से होने वाले इंपोर्ट के लिए LOU जारी करता है। इसका मतलब ये है कि बैंक नीरव मोदी के विदेश में मौजूद सप्लायर्स को 90 दिन के लिए भुगतान करने को राजी हुआ और बाद में पैसा नीरव को चुकाना था। इन्हीं फर्जी LOU के आधार पर भारतीय बैंकों की विदेशी ब्रांचों ने PNB को लोन देने का फैसला लिया गया। इस घोटाले को खुलासा तब हुआ, जब PNB के भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी रिटायर हो गए और नीरव मोदी की कंपनी ने जनवरी में दोबारा से LOU जारी करने की सिफारिश की। नए अधिकारियों ने ये गलती पकड़ ली और घोटाले की जांच शुरू कर दी। बैंक के मुताबिक, जनवरी में इस फर्जीवाड़े का पता चला तो 29 जनवरी को CBIमें शिकायत की और 30 जनवरी को FIR दर्ज हो गई।
Created On :   20 March 2018 6:28 AM GMT