गुरुग्राम पुलिस पर गिरी गाज, कॉल रिकॉर्डिंग की होगी जांच

police destroy  the evidence in Pradyuman case : CBI Sources
गुरुग्राम पुलिस पर गिरी गाज, कॉल रिकॉर्डिंग की होगी जांच
गुरुग्राम पुलिस पर गिरी गाज, कॉल रिकॉर्डिंग की होगी जांच

डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। रेयान इंटरनेशनल स्कूल के प्रद्युम्न मर्डर केस में CBI ने पुलिस पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं। इस हत्या की जांच कर रही CBI टीम न कहा है कि उन्हें कुछ ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे साफ हो रहा है कि पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है। अब इस मामले में गुरुग्राम पुलिस की मुश्किलें भी बढ़ने वालीं हैं। बताया जा रहा है कि शक के घेरे में आने पर कुछ पुलिसवालों की कॉल रिकॉर्डिंग की जांच की जा रही है। साथ ही उनके खिलाफ एक्शन लेने की बात भी कही जा रही है। बता दें कि इस मामले में सबसे पहले बस कंडक्टर को आरोपी बनाया गया था, लेकिन बाद में CBI ने जांच कर रेयान स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं क्लास के एक स्टूडेंट को गिरफ्तार किया है। 

 

बस कंडक्टर को मिली क्लीन चिट

 

गौरतलब है कि दो महीने की जांच के बाद CBI ने खुलासा किया था कि रेयान स्कूल के ही एक 11वीं क्लास के स्टूडेंट ने प्रद्युम्न की हत्या की थी। जिस धारदार चाकू से प्रद्युम्न की हत्या की गई थी उसे उसने एक दुकान से खरीदा था। CBI ने इसके साथ ही इस मामले में अब तक आरोपी समझे जा रहे बस कंडक्टर अशोक को क्लीन चिट दे दी है। CBI ने इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाते हुए यह भी कहा था कि गुरुग्राम पुलिस को केस को चंद घंटों में सुलझाने की जल्दबाजी थी, इसलिए उसने बस कंडक्टर अशोक कुमार के पास से हथियार मिलने की बात कहकर उसे आरोपी बना दिया।

 

मानहानि का केस दायर करेगा बस कंडक्टर

CBI से क्लीन चिट मिलने के बाद बस कंडक्टर अशोक के वकील मोहित वर्मा ने अदालत में जमानत याचिका दायर की है। अशोक के वकील ने कहा ‌यह भी कहा है क‌ि जैसे ही अशोक की जमानत होगी तो हम गुरुग्राम पुल‌िस और रेयान इंटरनेशनल स्कूल पर मानहान‌ि का केस दायर करेंगे।

 

क्या है पूरा मामला? 

बता दें कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे प्रद्युम्न की हत्या कर दी गई थी। उसका खून से लथपथ शव स्कूल की टॉयलेट के पास पड़ा मिला था। इस मामले में सबसे पहले स्कूल बस कंडक्टर अशोक ने बच्चे के साथ यौन शोषण और हत्या की बात कबूली थी, जिसे बाद में उसने नकार दिया था। मर्डर केस में स्पष्ट बातें सामने न आने के बाद हरियाणा सरकार ने इस मामले की जांच CBI को सौंप दी थी।
 

Created On :   12 Nov 2017 5:54 PM GMT

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