मौत होने के बाद भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था शव, पुलिस ने कराया दोबारा पोस्टमार्टम

Police Take out body from Christian Cemetery land for re postmortem
मौत होने के बाद भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था शव, पुलिस ने कराया दोबारा पोस्टमार्टम
मौत होने के बाद भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था शव, पुलिस ने कराया दोबारा पोस्टमार्टम

डिजिटल डेस्क, अकोला। मौत होने के बाद भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखने के मामले में पुलिस ने दफनाए शव को महीनेभर में बाहर निकालकर उसका पोस्टमार्टम करवाया। बुधवार सुबह कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद डाक्टरों के दल ने क्रिश्चन शमशान भूमि में मृतक मनोज तेलगोटे के शव का बाहर निकलवाया। जिसका पोस्टमार्टम करने के बाद रितीरिवाज से शव फिर दफना दिया गया। कार्रवाई के दौरान पुलिस निरीक्षक शेलके, नायब तहसीलदार राजेश गुरव, जांच अधिकारी आशिष शिंदे सहित मृतक के परिजन मौजूद थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सही वजह का खुलासा हो सकेगा। मामले की जांच पुलिस निरीक्षक गजानन शेलके के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक आशिष शिंदे कर रहे हैं।

मौत की नहीं दी जानकारी
अकोट निवासी मनोज प्रभुदास तेेलगोटे की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें हद्य विशेषज्ञ डॉ.कैलास जपसरे के अस्पताल में 21 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान 22 अप्रैल शाम साढ़े 6 बजे मनोज की मौत हो गई थी, लेकिन डॉक्टर ने इसकी जानकारी नहीं दी। ऑक्सीजन लगाकर उसे बड़े निजी अस्पताल में भेज दिया था। इसका खुलासा अस्पताल में शव पहुंचने के बाद हुआ था। डॉक्टर जपसरे पर मृतक के परिजन ने आरोप लगाया कि इलाज में लापरवाही बरती गई, साथ ही मौत होने के बावजूद लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया, जिसकी जानकारी परिवारवालों को नहीं दी थी।

15 मई को मामला दर्ज
मृतक के पिता प्रभुदास तेलगोटे ने पुलिस थाने में 15 मई को मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले की जांच के दौरान पुलिस को मेडिकल रिपोर्ट की जरूरत थी। मामले की पूरी तरह से जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने फिर से पोस्टमार्टम कराने का फैसला लिया। जिसके लिए विशेषज्ञों की टीम बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से अनुमति ली गई। साथ ही जिला सर्वोपचार के डी राजेश कार्यकर्ता को पत्र दिया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टर सचिन गाडगे, मनीष साबले की टीम को रवाना किया।

सीने में उठा था दर्द
मृतक मनोज तेलगोटे लार्जस नियम के तहत रेलवे विभाग में अपने पिता के स्थान पर नियुक्त हुआ था, लेकिन उसके वरिष्ठ अधिकारियोंं ने उसका तबादला दूसरी जगह करते हुए वेतन भी रोक दिया था। जिसके बाद से वो नियुक्ति स्थल लौटने और बकाया वेतन को लेकर परेशान चल रहा था। इसी तनाव से उसकी तबीयत खराब होने लगी। रेलवे अस्पताल में दिखाने के बाद स्वास्थ्य की पूरी तरह से जांच न करते हुए डाक्टरों ने उसे फिट बतायाा था। इसी बीच मृतक के सीने में दर्द हुआ। जिसके बाद उसे जपसरे के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
गिरफ्तारी के बाद डॉक्टर को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। 5 दिन जेल में बंद रहने के बाद उसे जमानत देदी गई थी। पुलिस अब मौत के कारणों से पर्दा उठाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। 

Created On :   13 Jun 2018 1:13 PM GMT

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