राजनीति ने श्रीलंकाई क्रिकेट का बंटाढार किया: मुरलीधरन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । श्रीलंका के महानतम गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने श्रीलंकाई क्रिकेट की हालिया स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। टीम के लगातार खराब प्रदर्शन से नाराज मुथैया मुरलीधरन ने इसकी वजह राजनीति को बताया है साथ ही ये भी कहा है कि जब क्रिकेट को कम जानने वाले लोग बोर्ड चलाएंगे तो ऐसा ही हाल होगा जैसा अभी श्रीलंकाई क्रिकेट टीम का है।
"राजनीति ने किया बंटाढार"
श्रीलंकाई टीम के खराब प्रदर्शन के लिए मुरली ने सीधे तौर पर बोर्ड चला रहे राजनैतिक लोगों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि राजनीति ने श्रीलंकाई क्रिकेट का बंटाढार कर दिया है। मुरलीधरन ने बताया कि पिछले एक साल में श्रीलंका क्रिकेट में 60 से ज्यादा खिलाड़ी बदले गए हैं। हर खिलाड़ी के लिए स्थित एक जैसी है या तो परफॉर्म करो या फिर बाहर बैठो, ऐसा करने से मनोबल गिरता है और इससे श्रीलंकाई क्रिकेट की स्थिति और खराब होगी। मुरलीधरन ने कुशल मेंडिस का उदाहरण देते हुए कहा कि हम सभी ने सोचा था कि इस खिलाड़ी में स्पार्क है, लेकिन एक खराब सीरीज के बाद उसे ड्रॉप कर दिया जिससे उसके प्रदर्शन में और गिरावट आ गई।
"एक दिन कोई बड़ा खिलाड़ी नहीं बनता"
मुथैया मुरलीधरन ने श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड की क्रिकेट नीति की आलोचना करते हुए कहा कि एक दिन में कोई महान खिलाड़ी नहीं बनता है। क्रिकेट आत्मविश्वास का खेल है, उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कई साल तक उनका आत्मविश्वास बढ़ाया था तब कहीं जाकर वो इस मुकाम पर पहुंचे। मंगलवार को मुथैया मुरलीधरन का बर्थ-डे था और सनराइजर्स हैदराबाद का गेंदबाजी कोच होने के कारण वो इन दिनों भारत में ही हैं और यहीं पर अपना बर्थ-डे सेलिब्रेट किया।
विराट की तारीफ
मुरलीधरन ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की उनके फैसलों के लिए तारीफ की है। मुरली ने कहा कि अश्विन और जडेजा की जगह कुलदीप और चहल को मौका देना विराट का सही फैसला है। मुरली ने कहा कि उंगलियों की जगह कलाई से स्पिन कराने वाले स्पिनरो को टीम में लेना हमेशा सही होता है।
Created On :   18 April 2018 7:57 AM GMT