मेसर्स प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाइवे इंडिया लि. 1.5 करोड़ का जुर्माना, राजनीतिक जंग का असर

Prakash Asphalting and Toll Highway India Ltd. received 1.5 million fine
मेसर्स प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाइवे इंडिया लि. 1.5 करोड़ का जुर्माना, राजनीतिक जंग का असर
मेसर्स प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाइवे इंडिया लि. 1.5 करोड़ का जुर्माना, राजनीतिक जंग का असर

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (बैढ़न)। मंगलवार को क्षेत्रीय खनिज अधिकारी के मार्गदर्शन में जिला खनिज अधिकारी और उनकी टीम ने चितरंगी में अवैध उत्खनन एवं भंडारण के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। कलेक्टर अनुराग चौधरी के निर्देश पर चितरंगी क्षेत्र के तेंदुहा में मेसर्स प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाइवे इंडिया लि. के मिक्सर प्लांट पर खनिज विभाग ने यह कार्यवाही की है। अधिकारियों की टीम ने कंपनी पर रेत और मुरूम का अवैध खनन एवं परिवहन करने का आरोप लगाते हुए करीब डेढ़ करोड़ रुपए जुर्माना लगाते हुए भंडारित की गयी रेत भी जब्त कर ली है। जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

बताया जा रहा है कि उपरोक्त कंपनी रीवा के सिमरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके अभय मिश्रा से संबंधित है। अभय मिश्रा और जिले के प्रभारी मंत्री के बीच पुरानी प्रतिद्वंदिता चल रही है। जिसके चलते ही उन्होंने कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए मंत्री राजेन्द्र शुक्ला के खिलाफ जंग का एलान कर दिया था। अब बारी मंत्री जी की थी, लोगों का कहना है कि रीवा की राजनीतिक रार का वार सिंगरौली में नजर आया है। वर्ना इतने दिनों से कंपनी काम कर रही थी तब कार्यवाही नहीं हुई। जब मुरूम खोदकर सड़क बना रही थी, तब कोई रोकने नहीं आया। इस समय इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई करना गड़े मुर्दे उखाड़ने जैसा ही है।

रीवा से आए क्षेत्रीय अधिकारी
इस कार्यवाही को अंजाम दिलाने के लिये रीवा से क्षेत्रीय खनिज अधिकारी संजीव मोहन पांडेय सिंगरौली आए और उन्होंने जिला खनिज अधिकारी एके राय व खनिज निरीक्षक विद्याकांत तिवारी के साथ मिलकर कोई कसर नहीं छोड़ी। इस कार्यवाही के दौरान 2588 घन मीटर रेत का भंडारण पाया गया। उपरोक्त कंपनी के पास रेत के भंडारण का अधिकार पत्र था, लेकिन जब उनसे रॉयल्टी के संबंध में पूछताछ की गयी तो वह कोई कागजात उपलब्ध नहीं करा सके। जिसके बाद खनिज अमले ने आसपास क्षेत्रों में पूछताछ की तो पता चला कि सोन घड़ियाल अभ्यारण्य क्षेत्र इस रेत का अवैध खनन एवं परिवहन किया गया है।

खनिज विभाग की टीम इतने पर ही नहीं रूकी, उसने कंपनी के द्वारा बनायी जा रही कर्थुआ-चितरंगी रोड की भी जांच की। जांच में साक्ष्य मिले कि कंपनी के द्वारा आसपास क्षेत्र की मुरूम का उपयोग सड़क निर्माण में किया गया है।

कंपनी को मिली हैं दो सड़कें
दरअसल मेसर्स प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाइवे इंडिया लि. को चितरंगी क्षेत्र में दो बड़ी सड़कों के निर्माण का ठेका मिला है। एक सड़क कर्थुआ से चितरंगी तक का निर्माण कार्य चल रहा है। इस सड़क की लम्बाई करीब 38 किमी है और इसका निर्माण PWD द्वारा कराया जा रहा है। इस आरसीसी सड़क का काफी काम हो चुका है। जबकि दूसरी रोड हरफरी से खैरा तक बननी है, जिसका निर्माण कार्य अभी प्रारंभ नहीं हुआ है।

करीब 15 किमी लम्बी इस सड़क की निर्माण एजेंसी MPRDC है। पहली सड़क के निर्माण के लिये कंपनी ने तेंदुहा में मिक्सर प्लांट लगाया हुआ है। जहां पर करीब 2588 घन मीटर रेत डंप पायी गयी। इसकी मात्रा यदि डंपर में नापी जाय तो करीब 188 डंपर होंगे। कंपनी के कर्मी इसे ब्यौहारी से लाना बताते रहे, लेकिन कागजात नहीं दिखा पाए ।

 

Created On :   5 July 2018 8:05 AM GMT

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