डॉक्टरों की तत्परता से बची गर्भवती महिला की जान

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डॉक्टरों की तत्परता से बची गर्भवती महिला की जान
डॉक्टरों की तत्परता से बची गर्भवती महिला की जान

डिजिटल डेस्क पन्ना। चिकित्सा से जुड़े लोगों का व्यावसायिक अमानवीय चेहरे तो जब तब सामने आते रहते हें किुंतु आज पन्ना के टाक्टरों और स्टाफ ने जो तत्परता दिखाकर एक गरीब प्रसूता क ी जान बचाई उससे यह तो साबित हो ही जाता है कि इस प्रोफेशन में अभी भी अच्छे लोगों की कमी नहीं है ।  जिले के अमानगंज सामुदाय स्वास्थ्य केन्द्र क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम नयागांव निवासी श्रीमती सबोदा आदिवासी पति धनीराम आदिवासी उम्र 35 वर्ष प्रसव पीडि़त होने के चलते आज सुबह 10 बजकर 47 मिनिट पर जिला चिकित्सालय पहुंची जहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ.मीना नामदेव ने अमानगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की प्राथमिक जांच रिपोर्ट देखने के उपरांत स्वास्थ्य परीक्षण किया महिला की हालत को बहुत ही नाजुक देखा और परिवार की स्थिति बाहर जाने की जब नही दिखी तब उन्होने घटना की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एल.के.तिवारी तथा प्रभीरी सिविल सर्जन डॉ.नीरज जैन को दी। जिन्होने बिना समय गवाये महिला को तत्काल ओटी में सिफ्ट कराया एवं आूॅपरेशन की तैयारी पूरी की गयी इसी दौरान जब डॉ.एल.के.तिवारी को जानकारी प्राप्त हुई कि महिला का हीमोग्लोबिन काफी कम है तब उन्होने जिला चिकित्सालय के इसीजी टेक्निशियन प्रमेन्द्र पटैरिया को तत्काल बी पोजिटिव खून की व्यवस्था करवाने के लिये कहा गया। जिन्होने तत्काल ही सोशल मीडिया पर मैसेज डाल दिये इसके साथ ही नगर के समाज सेवी चाणक्य रैकवार ने भाजपा के जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र डब्बू मिश्रा को फोन लगाया जो कि तत्काल ही रक्त देने के लिये जिला चिकित्सालय पहुंच गये इसके साथ ही नगर के लखन नाम के एक व्यक्ति द्वारा भी उनके पूर्व बी पोजिटिव रक्त दिया गया। जिससे प्रसव पीडि़त महिला का समय पर ऑपरेशन के बाद रक्त उपलब्ध हो जाने से जननी की जान बचाने में अस्पताल प्रबंधन कामयाब हो गया वही बच्चे की गर्भ में ही मौत हो जाने की बात सामने आयी है। इस कार्य में मेटरनिटी वार्ड के इंचार्ज सुनीता सनोडिया, सरला धोते, ओटी इंचार्ज श्रीमती सपना साहू, स्टाफ नर्स प्रियंका शर्मा, जया धोते, निधि गुप्ता, माधुरी का सराहनीय योगदान रहा।
प्रसव के दौरान एनसी और टीटी भी नही हुआ
जब जिला चिकित्सालय में प्रसव पीडि़त महिला के परिजन दसवीं बार प्रसव करवाने के लिये पीडि़त महिला श्रीमती सबोदा आदिवासी को लेकर पहुंचे तब वहां पर उसके एनसी एवं टीटी संबंधी जानकारी पूछी गयी तब बताया गया कि उनको गांव में यह सुविधा उपलब्ध नही करायी गयी। जो कि एक ग्रामीण क्षेत्र के लिये बहुत ही गंभीर समस्या और मैदानी अमले की घोर लापरवाही बतायी जा रही है। जिसको लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इसको बड़े ही गंभीरता से लिया है और बताया जा रहा है कि संबंधित कर्मचारियों को नोटिस जारी किये जा सकते है और यदि जांच में दोषी पाये जाते है तो कड़ी कार्यवाही की जा सकती है।

Created On :   10 March 2018 1:33 PM GMT

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