वेकोलि को घाटे से उबारने चार नई खदानें खोलने की तैयारी, तीन मिलियन टन तक बढ़ेगा उत्पादन

Preparation of opening 4 new quarries to recover loss of Wekoli
वेकोलि को घाटे से उबारने चार नई खदानें खोलने की तैयारी, तीन मिलियन टन तक बढ़ेगा उत्पादन
वेकोलि को घाटे से उबारने चार नई खदानें खोलने की तैयारी, तीन मिलियन टन तक बढ़ेगा उत्पादन

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के पेंच, कन्हान और पाथाखेड़ा क्षेत्र करीब 850 करोड़ के घाटे में चल रहा है। तीनों क्षेत्रों को घाटे से उबारने अब चार नई खदानें खोलने की तैयारी लगभग हो गई है। 6 जुलाई को केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नई खदानों की घोषणा करेंगे। छिंदवाड़ा में दो और बैतूल जिले में दो खदानें शुरू की जाएंगी। जिसमें पेंच क्षेत्र में धनकसा और कन्हान क्षेत्र में शारदा प्रोजेक्ट शामिल है। वहीं बैतूल जिले के पाथाखेड़ा क्षेत्र में गांधीग्राम और तवा टू कोयला खदान को दोबारा शुरू किया जाएगा।

साढ़े तीन मिलियन टन बढ़ेगा उत्पादन
वेकोलि के पेंच, कन्हान और पाथाखेड़ा क्षेत्र की खदानें मिलकर बमुश्किल साढ़े चार मिलियन टन उत्पादन कर पा रही हैं। तीनों क्षेत्र को घाटे से उबारने लगभग 10 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना होगा। वेकोलि के अधिकारियों के मुताबिक चार नई कोयला खदानों से साढ़े तीन मिलियन टन कोयले का उत्पादन होगा। सबसे अधिक गांधीग्राम से उत्पादन की संभावनाएं हैं।

सादे समारोह में होगी घोषणा
केंद्रीय रेल, वित्त और कोयला मंत्री पीयूष गोयल व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 6 जुलाई को नागपुर रोड स्थित द करण होटल के हाल में सुबह 11.30 बजे से आयोजित समारोह में 4 खदानों की घोषणा करेंगे। इसके बाद वे रेल मंत्री कलेक्ट्रेट पहुंचकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देवघर-अगरतला ट्रेन का शुभारंभ करेंगे।

धनकशा माइन: 10 साल से चल रही तैयारी
पेंच क्षेत्र की प्रस्तावित धनकसा माइन में 17.71 मिलियन टन कोयला भंडारण का आंकलन है। खदान शुरू करने के लिए 849.597 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। वहीं वन विभाग की 371.43 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। वर्ष 2009 से पहले से इस खदान को लेकर तैयारियां हो रही हैं।   

शारदा परियोजना: 13 साल से हो रहा इंतजार
कन्हान क्षेत्र के प्रस्तावित शारदा प्रोजेक्ट में 7.54 मिलियन टन कोयले का भंडार होने का आंकलन है। जिसकी आयु लगभग 28 वर्ष बताई जा रही है। भू-अर्जन समेत तमाम प्रक्रियाएं पहले ही पूरी की जा चुकी हैं। क्षेत्र के लोग 13 साल से परियोजना के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

जमुनिया पठार: तीन साल में मुहाना तक नहीं बना पाए
कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने अगस्त 2015 में पेंच क्षेत्र की जमुनिया पठार कोयला खदान का भूमिपूजन किया था। तीन साल में उक्त खदान का मुहाना तक तैयार नहीं हो पाया है। यहां 1800 मीटर की दो इंकलाइन तैयार होना है। वेकोलि अधिकारियों के मुताबिक जमीन के पेंच के कारण निर्माण में बाधा हुई। अब विवादित जमीन से घुमाकर निर्माण कराया जा रहा है।

Created On :   5 July 2018 8:00 AM GMT

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