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बैंकाक टूर जाने वाले कर्मचारियों का निलंबन रद्द करने के लिए सीईओ पर दबाव
डिजिटल डेस्क,नागपुर। जिला परिषद के उन 22 कर्मचारियों की बैंकाक यात्रा व अब उनके निलंबन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सत्ता में सहभागी दल आमसभा में विदेश यात्रा करने वाली कर्मचारियों के समर्थन में उतरे। सत्ता के लिए एकजुट होकर भी 6 साल में एक-दूसरे के पैर खींचते रहे पदाधिकारी सदन में एकजुट देखकर विपक्ष भी हैरान रह गया। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, वित्त समिति सभापति ने विदेश यात्रा करने वाले कर्मचारियों का निलंबन रद्द कर कार्रवाई पलटने के लिए सीईओ पर दबाव बनाया। सदन में उपस्थित सत्ता पक्ष के सदस्य भी पदाधिकारियों के समर्थन में खड़े हो गए।
सीईओ पर साधा निशाना
दो दिन पहले ही जिप अध्यक्ष निशा सावरकर सीईओ की कार्रवाई पर आपत्ति जता चुकी हैं। 10 कर्मचारियों को निलंबित कर अन्य कर्मचारियों को अभय देने का बहाना बना कर सीईओ पर निशाना साधा। वित्त समिति सभापति उकेश चौहान ने कर्मचारियों का निलंबन रद्द कर कार्रवाई शिथिल करने की आग्रही भूमिका रखी। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी चर्चा में कूद गए। उन्होंने सीईओ पर सवालों की भरमार की। सभी ने मिलकर सीईओ पर दबाव बनाने का प्रयास किया, परंतु सीईओ अपनी भूमिका पर अड़ी रहीं। प्रशासकीय कार्रवाई बताकर सीईओ ने निलंबन कार्रवाई बदलने से इनकार कर दिया।
अन्य कर्मचारियों पर भी कार्रवाई
10 कर्मचारी बिना अनुमति के बैंकाक यात्रा पर जाने की पुष्टि हुई है। उन्हें निलंबित किया गया है। अन्य कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। जांच में दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी समान कार्रवाई की जाएगी। नियम का उल्लंघन करने वाले किसी भी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
डॉ. कादंबरी बलकवड़े, मुख्य कार्यकारी अधिकारी
जिला परिषदजल संकट पर बवाल
ग्रामीण क्षेत्र में भीषण जलसंकट को लेकर भी जिला परिषद की आमसभा में काफी बवाल मचा। सत्तापक्ष और विपक्ष ने जलसंकट निवारण उपाययोजना पर अमल करने में ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अकार्यक्षमता पर कार्यकारी अभियंता पर निशाना साधा। शहर में जलसंकट की स्थिति के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।
Created On :   19 May 2018 9:29 AM GMT