ईश्वर का आदेश बताकर पादरी ने किया 8 महिलाओं का रेप, 15 साल की सजा

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ईश्वर का आदेश बताकर पादरी ने किया 8 महिलाओं का रेप, 15 साल की सजा
ईश्वर का आदेश बताकर पादरी ने किया 8 महिलाओं का रेप, 15 साल की सजा
हाईलाइट
  • पादरी पर 8 महिलाओं के साथ रेप करने का आरोप है।
  • पादरी ने महिलाओं से यह कहकर रेप किया कि यह ईश्वर का आदेश है।
  • सिओल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने रेप के आरोप में एक पादरी को 15 साल की सजा सुनाई है।

डिजिटल डेस्क, सिओल। दक्षिण कोरिया के सिओल में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। सिओल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने रेप के आरोप में एक पादरी को 15 साल की सजा सुनाई है। साउथ कोरियन मेगाचर्च के इस पादरी पर 8 महिलाओं के साथ रेप करने का आरोप है। जेरॉक ली नाम के इस पादरी ने पीड़ित महिलाओं के साथ यह कहकर रेप किया कि यह ईश्वर का आदेश है और वह इसी का पालन कर रहा है।

कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि पीड़ित महिलाएं बचपन से ही इस मेगाचर्च की अनुयायी हैं। यह महिलाएं जेरॉक को भगवान की तरह समझती थीं। इन पीड़ित महिलाएं को मानसिक तौर पर ली अपने से नीचे रखता था और इसी बात का फायदा उठाता था। कोर्ट के अनुसार पादरी ली को इस बात का कोई पछतावा नहीं है और उसने इन सभी आरोपों से इनकार कर दिया।

कोर्ट ने कहा कि पीड़ित महिलाएं समझती थीं कि पादरी ली के पास दैवीय शक्ति है। वह समझती थीं कि ली का पालन करना स्वर्ग का मार्ग था क्योंकि वह बचपन से इस चर्च से जुड़ी रही हैं। इन महिलाओं ने कभी पादरी से कोई सवाल नहीं किया क्योंकि उनको लगता था कि ऐसा करने से पाप चढ़ेगा। हालांकि कुछ समय बाद इन महिलाओं को गलती का अहसास हुआ और ली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

बता दें कि जेरॉक ली 75 साल के हैं और पीड़ित महिलाओं से 50 साल बड़े हैं। ली साउथ कोरिया में काफी विवादों में भी रहे हैं। उन्हें 1999 में क्रिश्चियन काउंसिल ऑफ कोरिया से निकाल दिया गया था। मामिन सेंचनाम के इस चर्च को 1982 में केवल 12 अनुयायियों के साथ स्थापित किया गया था। हालांकि आकर्षक वेबसाइट और दुनिया भर में 10,000 शाखाओं और सहयोगी चर्चों के साथ अब यह एक मेगाचर्च बन गया है।


 

Created On :   22 Nov 2018 3:25 PM GMT

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