‘पद्मावती’ का सिर्फ नाम बदलने से नहीं चलेगा कामः आठवले 

problem will not end with changing the name of deepika movie padmavati
‘पद्मावती’ का सिर्फ नाम बदलने से नहीं चलेगा कामः आठवले 
‘पद्मावती’ का सिर्फ नाम बदलने से नहीं चलेगा कामः आठवले 

डिजिटल डेस्क,मुंबई । विवादित फिल्म पद्मावती का  नाम बदलने के बाद भी विवादों से पीछा छूटता दिखाई नहीं दे रहा है। इस फिल्म के खिलाफ फिर से  विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि सिर्फ फिल्म का नाम बदलने से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों को भी हटाना होगा। शनिवार को आठवले ने कहा कि सेंसर बोर्ड को इस पर ध्यान देना चाहिए। जब तक राजपूत समाज को इस फिल्म को लेकर आपत्ति है, तब तक फिल्म का  प्रदर्शन न किया जाए। उन्होंने कहा कि राजपूत समाज के विरोध के चलते फिल्म निर्माता ने इसका नाम बदल दिया लेकिन फिल्म के कथानक व दृश्यांकन में बदलाव नहीं किया गया है। राजपूत समाज को जिन दृश्यों को लेकर आपत्ति है, उसे फिल्म से निकाले बगैर सेंसर बोर्ड को प्रदर्शन की अनुमति नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में जल्द ही सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी से बात करेंगे। 
निर्माता ने इतिहास से पल्ला झाड़ा तो देना पड़ा प्रमाणपत्र
इस फिल्म को लेकर देशव्यापी विरोध को देखते हुए फिल्म सेंसर बोर्ड भी पहले प्रमाण पत्र देने को तैयार नहीं था। लेकिन जब इस फिल्म की निर्माता कंपनी फिल्म की कहांनी को काल्पनिक बताने को तैयार हो गई तो सेंसर बोर्ड को प्रमाण पत्र देना पड़ा। सेंसर बोर्ड के सूत्रों के अनुसार फिल्म की निर्माता कंपनी फिल्म की शुरुआत में यह डिसक्लेमर लगाने को तैयार हो गई कि फिल्म की कहानी ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित नहीं है। इसके बाद सेंसर बोर्ड के पास फिल्म को प्रमाण पत्र न देने का कोई कारण नहीं था। हालांकि फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली इसके लिए बिलकुल भी तैयार नहीं थे। लेकिन इस मंहगी फिल्म को लेकर देशभर में मचे बवाल के मद्देनजर निर्माता कंपनी टीवी 18 ने बीच का रास्ता निकालने में ही भलाई समझी। लेकिन अब उसका भी विरोध किया जा रहा है।
  


 

Created On :   13 Jan 2018 12:04 PM GMT

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