22 जिलों में होगा क्वालिटी युक्त धान के बीजों का उत्पादन

Production of quality seeds are going to start in 22 districts
22 जिलों में होगा क्वालिटी युक्त धान के बीजों का उत्पादन
22 जिलों में होगा क्वालिटी युक्त धान के बीजों का उत्पादन
हाईलाइट
  • इन्हीं बीजों से फसल लेकर किसान क्वालिटी युक्त धान बीजों का उत्पादन लेंगे।
  • किसानों को अनुदान पर धान के बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे।
  • किसानों को लगातार हो रहे नुकसान और आर्थिक स्थिति से उबारने के लिए सरकार ने राज्य के 22 जिलों में ग्राम बीजोत्पादन योजना को हरी झंडी दी है।
  • यह योजना गड़चिरोली समेत राज्य के 22 जिलों में कार्यान्वित की गई है।
  • विदर्भ के नागपुर
  • गोंदिया
  • भंडारा
  • चंद्रपुर और गड़चिरोली इस

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। किसानों को लगातार हो रहे नुकसान और आर्थिक स्थिति से उबारने के लिए सरकार ने राज्य के 22 जिलों में ग्राम बीजोत्पादन योजना को हरी झंडी दी है। विदर्भ के नागपुर, गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर और गड़चिरोली इसमें शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि धान उत्पादक जिले के रूप में परिचित गड़चिरोली के किसानों को हर वर्ष फसलों की बर्बादी का मंजर देखना पड़ रहा है। आर्थिक संकट से घिरे किसानों को इस मुसीबत से उबारने के लिए अब केंद्र व राज्य सरकार ने ग्राम बीजोत्पादन योजना को हरी झंडी दे दी है। इस योजना के तहत किसानों को अनुदान पर धान के बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। इन्हीं बीजों से फसल लेकर किसान क्वालिटी युक्त धान बीजों का उत्पादन लेंगे। यह योजना गड़चिरोली समेत राज्य के 22 जिलों में कार्यान्वित की गई है। बता दें कि, सिंचाई सुविधा के अभाव में जिले के किसानों को इंद्र देवता पर निर्भर रहकर धान की फसल उगानी पड़ती है। गत वर्ष किसानों की खड़ी धान फसल मावा और तुड़तुड़ा कीटों ने चट कर दी थी। हर वर्ष किसानों को कृषि केंद्रों के माध्यम से धान के बीज और खाद का अनुदान पर वितरण किया जाता है। ग्राम बीजोत्पादन योजना आरंभ कर सरकार द्वारा इस वर्ष से गुणवत्तापूर्ण  बीजों का वितरण किया जाएगा।

बता दें कि इन बीजों को रोपाई के समय कम पानी की आवश्यकता होती है। अल्प बारिश होने के बाद भी ढाई माह में फसल पूरी तरह लहलहा जाती है। इन बीजों के माध्यम से किसानों को आर्थिक संकट से उबारने का यह प्रयास होकर भविष्य में भी इन्हीं बीजों से खेती करने की सलाह सरकार ने किसानों को दी है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष सरकार द्वारा किसानों को एमटीयू-1010, एमटीयू-1001, आईआर-64, स्वर्णा आदि प्रजाति के बीजों की 25 किलो की गोणी 462.50  रुपए में उपलब्ध करायी जाएगी। वहीं जेजीएल- 1758  के बीजों की 25 किलो की गोणी 687.50 रुपए में उपलब्ध होगी। ये बीज अनुदान पर दिए जाएंगे। बीज पाने के लिए आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज किसानों को देने पड़ेंगे। बता दें कि, पूर्वी विदर्भ के नागपुर, गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर और गड़चिरोली जिले में इस योजना का क्रियान्वयन किया गया है।

Created On :   4 Jun 2018 6:27 AM GMT

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