श्रीधरन पिल्लई बने केरल BJP अध्यक्ष, सुनिल देवधर को आंध्र में अहम जिम्मेदारी

श्रीधरन पिल्लई बने केरल BJP अध्यक्ष, सुनिल देवधर को आंध्र में अहम जिम्मेदारी
हाईलाइट
  • बीजेपी ने सॉफ्ट हिंदुत्व वाले पीएस श्रीधरण पिल्लई को केरल राज्य का बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
  • लोकसभा चुनाव 2019 को ध्यान में रखते हुए BJP ने कई बड़े बदलाव किए हैं।
  • सुनील देवधर को पार्टी हाई कमान ने आंध्र प्रदेश में "सह प्रभारी" पद देकर नई जिम्मेदारी सौंपी है।

डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। लोकसभा चुनाव 2019 को ध्यान में रखते हुए केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने कई बड़े बदलाव करते हुए सभी राज्यों में संगठन की मजबूती पर काम शुरू कर दिया है। इसी क्रम में कई महीनों की उठापटक के बाद BJP ने केरल की कमान सॉफ्ट हिंदुत्व वाले पीएस श्रीधरन पिल्लई को थमा दी है। इसके साथ ही त्रिपुरा में BJP को पहली बार सत्ता दिलाने वालों में से एक सुनील देवधर को पार्टी हाई कमान ने आंध्र प्रदेश में "सह प्रभारी" पद देकर नई जिम्मेदारी सौंपी है। जबकि वी. मुरलीधरन को आंध्र प्रदेश BJP का प्रभारी नियुक्ति किया गया। बता दें कि अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

 


कौन हैं सुनील देवधर
महाराष्ट्र के रहने वाले सुनील देवधर अपनी सोशल इंजिनियरिंग और बूथ लेवल मैनेजमेंट के लिए मशहूर हैं। आंध्रा में सुनील को जो जिम्मेदारी मिली है, यह बीते साढ़े तीन साल में उनके द्वारा की गई मेहनत का नतीजा है। बता दें कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में BJP के शानदार प्रदर्शन के पीछे सबसे अहम योगदान सुनील देवधर का ही माना जाता रहा है। देवधर 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर पीएम मोदी के चुनाव प्रबंधक भी रह चुके हैं।

केरल में RSS और BJP के बीच तनातनी
इस साल मई में पूर्व अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन को मिजोरम का गवर्नर बना दिया गया था। तब से ही यह सीट खाली थी, जिसको लेकर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) और BJP पार्टी के बीच काफी तनातनी चल रही थी। आखिरकार BJP ने अब ऐसा नाम आगे किया है, जिस पर RSS को भी कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि पिल्लई की छवि उसके मुताबिक भी है।

 


हालांकि RSS सूत्रों की मानें तो पिल्लई स्वीकार्य नेता नहीं हैं, क्योंकि वो RSS की नजर में ऐसे नेता हैं, जो समझौते के लिए कभी भी तैयार हो सकते हैं। बता दें कि जब पिल्लई ने चेंगनूर का उपचुनाव लड़ा था, तब पार्टी के खिलाफ उनके बगावती सुर भी सुनने को मिले थे। पिल्लई ने उस समय कहा था कि उनकी अपनी पार्टी के लोग चाहते हैं कि वे चुनाव हार जाएं। हालांकि उस दौरान पिल्लई ने जीत दर्ज की थी।

 

 

दूसरी बार पिल्लई को मिली कमान
मशहूर वकील पिल्लई BJP के मॉडरेट फेस हैं। यह दूसरी बार है, जब पिल्लई को केरल का पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले 2003-2006 में भी वह अध्यक्ष पद पर थे। वह भाजपा कार्यकर्ताओं पर हिंसक हमलों से जुड़े मुकदमों को भी देखते रहे हैं।

Created On :   30 July 2018 6:02 PM GMT

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