पं. हरिप्रसाद चौरसिया ने रिमिक्स को बताया संगीत में प्रदूषण

पं. हरिप्रसाद चौरसिया ने रिमिक्स को बताया संगीत में प्रदूषण
पं. हरिप्रसाद चौरसिया ने रिमिक्स को बताया संगीत में प्रदूषण

डिजिटल डेस्क, पुणे। वरिष्ठ बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने कहा कि रिमिक्स के जमाने में झटपट शोहरत हासिल करने के पीछे युवा पीढ़ी दिखाई दे रही है। जिस तरह से खराब हवा आने के कारण वातावरण प्रदूषित होता है, वैसा ही कुछ संगीत क्षेत्र में हुआ है। सवाई गंधर्व भीमसेन महोत्सव में पंडित हरिप्रसाद चौरसिया का बांसुरी वादन हुआ। उसके बाद मीडिया से बात करते उन्होंने कहा कि फिलहाल रिमिक्स का जमाना चल रहा है। युवा पीढ़ी झटपट शोहरत हासिल करने के पीछे लगी हुई है। 

संगीत की साधना गुम हुई, आधुनिक हो गए हैं हम
अपने दौर को याद करते हुए पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने कहा कि एक समय ऐसा था, जब संगीत के लिए साधना की जाती थी। लेकिन आज वो साधना ही गुम गई है। उन्होंने कहा कि हम बहुत आधुनिक हो गए हैं, इस माहौल में तो बस कुछ ऐसा ही दिखाया जा रहा है। संगीत क्षेत्र में वातावरण प्रदूषित हो रहा है। ऐसे वातावरण में युवाओं का दिमाग और विचार करने की क्षमता ही खत्म नहीं हो जाए। ऐसा डर लग रहा है।  

 एक ही पेट से बाहर आए हैं दोनों, कभी देखी सुनी नहीं होगी ऐसी दोस्ती
पंडित शिवकुमार शर्मा के साथ वर्ष 1954 से होनेवाली दोस्ती के बारे में पंडित चौरसिया ने कहा कि उन्हें खुद पता नहीं कि उनकी दोस्ती किस प्रकार की है। ऐसी दोस्ती नहीं कभी देखी है और नहीं कभी सुनी होगी। जब भी दोनों मिलते हैं। शुरूआत तो बहस से होती है, लेकिन फिर भी लगता है कि दोनों एक ही पेट से बाहर आए हैं। लगता हैं की दोनो जुड़वां हैं।

Created On :   14 Dec 2017 2:52 PM GMT

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