पीवी सिंधु ने आलोचकों को लताड़ा, कहा - मैंने गोल्ड खोया नहीं, बल्कि सिल्वर जीता है

pv sindhu has said that she will win a gold medal soon for india
पीवी सिंधु ने आलोचकों को लताड़ा, कहा - मैंने गोल्ड खोया नहीं, बल्कि सिल्वर जीता है
पीवी सिंधु ने आलोचकों को लताड़ा, कहा - मैंने गोल्ड खोया नहीं, बल्कि सिल्वर जीता है

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद।   ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधु ने बुधवार को वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में लगातार दूसरा सिल्वर जीतने पर खुशी जाहिर की। सिंधु ने अपने आलोचकों को भी करारा जवाब दिया। इस स्टार प्लेयर ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर लिखा कि उन्होंने गोल्ड मैडल खोया नहीं है, बल्कि सिल्वर मैडल जीता है और उनकी सिल्वर मैडल चमकती भी है। बता दें कि रविवार को BWF फाइनल में सिंधु को स्पेन की कैरोलिना मरिन के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उनके फाइनल में खेलने के टेम्परामेंट को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे।

स्टार शटलर सिंधु ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वह जल्द देश के लिए गोल्ड मैडल भी जीतेंगी। उन्होंने साथ ही अपने स्पॉन्सर और टीम को भी धन्यवाद दिया। सिंधु ने लिखा, "नानजिंग में एक सप्ताह वाकई काफी अच्छा बीता। फाइनल में हारने के बावजूद मैंने कुछ बेहतरीन मैच खेले। मैं रैंकिंग में अपने सुधार को लेकर भी बहुत खुश हूं। मेरा मानना ​​है कि धैर्य और दृढ़ता ही सफलता की सही कुंजी है। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरा गोल्ड मैडल जल्द ही आएगा! मुझे दुनिया भर के लोगों से इतना प्यार और समर्थन मिला। यह मेरे लिए गर्व की बात है। मैं अपने स्पॉन्सर, टीम, फीजीयो और कोच को धन्यवाद देती हूं। वह हमेशा मेरे लिए खड़े रहे हैं। मैं उनकी शुक्रगुजार हूं। यही प्यार मुझे जीतने के लिए प्रेरित करती है।"

वर्ल्ड नं 2 सिंधु ने कहा, "हर खिलाड़ी गोल्ड जीतने के लिए ही खेलता है। वर्ल्ड चैंपियनशिप एक बड़ा टूर्नमेंट है और मैंने इसमें अपना शत प्रतिशत दिया। मैं कोशिश करूंगी कि एशियन गेम्स में बेहतर प्रदर्शन करूं और देश के लिए मैडल जीत सकूं।"

बता दें कि सिंधु को लगातार दो साल से BWF फाइनल में हार का मुंह देखना पड़ रहा है। सिंधु को इससे पहले 2017 में भी इस प्रतियोगिता के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। सिंधु 2016 से आठ फाइनल हार चुकी हैं। वह केवल 2018 में चार फाइनल हार चुकी हैं। इनमें रियो ओलंपिक 2018, हांगकांग ओपन (2107, 2018), सुपर सीरीज फाइनल 2017, इंडियन ओपन 2018 और थाइलैंड ओपन 2018 शामिल है।

वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में लगातार दूसरी हार के बाद रोहन बोपन्ना, पुलेला गोपीचंद, प्रकाश पादुकोण जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने पीवी सिंधु का समर्थन किया था। नेशनल कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा था कि सिंधु जिस मानसिकता के साथ फाइनल खेलीं वह अतुलनीय था। "हमें यह याद रखना चाहिए कि सिंधु ने सेमीफाइनल, क्वॉर्टरफाइनल, प्री-क्वॉर्टरफाइनल में चैंपियन खिलाड़ियों के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया था। मैं सिंधु से यही कहुंगा कि वह हर टूर्नमेंट से पॉजिटिव सीखें।"

Created On :   8 Aug 2018 3:27 PM GMT

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