पीपलपानी जलाशय से पानी लाने पर ग्रामीणों का भड़का आक्रोश, दस दिन की ली थी अनुमति 

Rage of villagers on bringing water from the Pipalpani Reservoir
पीपलपानी जलाशय से पानी लाने पर ग्रामीणों का भड़का आक्रोश, दस दिन की ली थी अनुमति 
पीपलपानी जलाशय से पानी लाने पर ग्रामीणों का भड़का आक्रोश, दस दिन की ली थी अनुमति 

डिजिटल डेस्क, पांढुर्ना/ छिंदवाड़ा। मोरडोंगरी जलाशय से पानी लाने पर ग्रामीणों के विरोध के बाद अब पीपलपानी जलाशय से पानी लाने पर वहां के ग्रामीणों का आक्रोश भड़का है। बताया जा रहा है कि मोहखेड़ी जलाशय से पांढुर्ना तक जल परिवहन करने की योजना में देरी होने से अभी भी पीपलपानी जलाशय से पानी लाकर शहर में आपूर्ति की व्यवस्था बनाई जा रही है।

नगर पालिका ने प्रस्ताव बनाते हुए पीपलपानी पंचायत से मात्र दस दिन ही पीपलपानी जलाशय से पानी लेने की अनुमति मांगी थी पर मोहखेड़ी जलाशय से पानी लाने में आ रही अटकलों के चलते अठारह दिनों बाद भी पीपलपानी से पानी लाने का सिलसिला जारी है। ऐसे में लगातार कम हो रहे पीपलपानी जलाशय के जलस्तर से पंचायत के जलस्त्रोत तेजी से सूख रहे है, जिससे वहां पानी के लिए हाहाकार मच रहा है। जिसको लेकर शनिवार को पीपलपानी और आसपास के कुछ गांवों के ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर नगर पालिका द्वारा जल परिवहन पर रोक लगाने की मांग उठाई।

गांव में ही मचा पानी का हाहाकार 
इस संबंध में पीपलपानी पंचायत के सरपंच बस्तीराम कुमरे ने बताया कि पांढुर्ना शहर में पनपे जलसंकट के चलते नगर पालिका ने पीपलपानी जलाशय से दस दिन पानी लेने की अनुमति मांगी थी। नपा के अधिकारियों ने कहा था कि दस दिन के भीतर मोहखेड़ी जलाशय या अन्य जलस्त्रोतों से पानी लाने की व्यवस्था बनते ही पीपलपानी जलाशय से पानी लेना बंद कर देगे। नपा ने 05 मई से पानी लेने की शुरूआत की थी, दस दिनों बाद फिर नपा ने पांच दिन और इसके बाद में तीन दिन पानी लेने की अनुमति मांगी। संकट के चलते तीन बार अनुमति दे दी गई। पर अब पंचायत में ही जलसंकट से हाहाकार मचने के कारण ग्रामीण नाराज हो रहे है। जलाशय का जलस्तर कम होने से पंचायत के जलस्त्रोत सूख रहे हैं, जिससे जलापूर्ति पर असर पड़ रहा है। जिसके कारण ग्रामीण नपा के पानी लेने पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।

तीन गांवों में छाया जलसंकट
पीपलपानी जलाशय का जलस्तर कम होने से पीपलपानी पंचायत के तीनों गांव में जलसंकट छाने लगा है। पंचायत पीपलपानी सहित सातभाईढाना और बिछुआसाहनी तीन गांव आते है। इन तीन गांवों में जलापूर्ति करने वाले जलस्त्रोतों का पानी सूख गए हैं। इन गांवों की सुमित्रा ईरपाची, प्रेमवती लांजेवार, मनोरमा ईरपाची, देवकी भलावी, लखनसिंग मरकाम, राजेश कुमरे आदि लोगों का कहना है कि पांढुर्ना शहर में पानी जाने से आज गांवों में पानी नही है। सरपंच का कहना है कि गंभीर संकट को लेकर एसडीएम से भी इस संबंध में आदेशित करने की गुहार लगाई है। उन्होंने नपा के अधिकारियों से चर्चा करने और जांच करने की बात कही है।

तीन दिन और लगेेंगे
सड़क बनते ही आने लगेगा मोहखेड़ी से पानी: सीएमओ नवनीत पांडे का कहना है कि मोहखेड़ी जलाशय से पानी लाने की कार्ययोजना पर काम होने की स्थिति में पीपलपानी जलाशय से केवल दस दिन पानी लाने की अनुमति ली गई थी, पर मोहखेड़ी से पानी आने में देरी होने के कारण पीपलपानी से पानी लाने और समय बढ़ाकर अनुमति लीं। सीएमओ के अनुसार मोहखेड़ी जलाशय से पानी का परिवहन शुरू करने लिए तीन दिन का समय और लगेगा। उन्होंने बताया कि विद्युत लाईन उपर उठाने का काम हो गया है, वहीं सड़क बनाने का शुरू कर दिया गया। सड़क बनाने के लिए ठेकेदार ने तीन दिन का समय मांगा है, इसलिए फिलहाल इंतजार करना पड़ेगा।
 

Created On :   25 May 2019 8:37 AM GMT

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