राहुल ने फिर कहा Jaitlie, कहा- अब रक्षा मंत्री से राफेल जेट के दाम पूछिए

राहुल ने फिर कहा Jaitlie, कहा- अब रक्षा मंत्री से राफेल जेट के दाम पूछिए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर राफेल डील पर मोदी सरकार को घेरा है, लेकिन इस बार उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा है। सदन में राफेल डील पर जेटली के बयान के बाद राहुल गांधी ने ट्विटर पर उनको जवाब दिया है। इस ट्वीट में राहुल ने एक बार फिर अरुण जेटली का नाम Jait"lie" लिखा है। इसमें उन्होंने यूपीए सरकार के दौरान हुई डिफेंस डील की पूरी डिटेल भी पोस्ट करते हुए कहा है कि रक्षा मंत्री को राफेल जेट की कीमत बताने को कहा है। बता दें कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में राफेल डील पर "सीक्रेसी" यानी गोपनीयता का हवाला देते हुए जानकारी देने से मना कर दिया था।

राहुल ने कहा- डियर Jait"lie"

राहुल गांधी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से गुरुवार को एक ट्वीट किया गया, जिसमें एक बार फिर उन्होंने वित्त मंत्री का नाम Jait"lie" लिखा है। इस ट्वीट में राहुल ने कहा कि "डियर Mr. Jaitlie, आपने कहा था कि यूपीए ने कभी अपनी डिफेंस डील के दामों का खुलासा नहीं किया है। आपके झूठ का खुलासा करते हुए ये 3 जवाब सामने हैं। इसमें यूपीए सरकार के दौरान हुई डिफेंस डील के दाम सहित पूरी डिटेल है। अब हमारे रक्षा मंत्री से राफेल जेट के दाम पूछिए।" इसके साथ ही राहुल ने हैशटैग के साथ "डील में कुछ काला है" भी लिखा है।

अरुण जेटली ने क्या कहा था?

राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा वार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि "इस डील की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग करके राहुल गांधी भारचत की नेशनल सिक्युरिटी के साथ समझौता कर रहे हैं और इस बारे में उन्हें प्रणब मुखर्जी से सीखना चाहिए।" उन्होंने कहा था कि "जब प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने नेशनल सिक्युरिटी का हवाला देकर अमेरिका से हथियार खरीद की जानकारी सार्वजनिक नहीं की थी।" जेटली ने कहा कि "एके एंटनी ने भी इजरायल से हथियार खरीद की जानकारी नहीं दी थी।"

प्रधानमंत्री जी चुप्पी कब तोड़ेंगे? 

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में पलटवार किया। राहुल के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा था "बहुत लंबी थी साहेब की बात, सदन में दिन को बता दिया रात। अपनी नाकामियों पर डाले पर्दे, अफसोस भाषण से गायब थे मुद्दे। प्रधानमंत्री जी चुप्पी कब तोड़ेंगे, राफेल डील पर आखिर कब बोलेंगे?" इस ट्वीट के साथ राहुल ने हैशटेग प्रधानमंत्री जवाब दो का भी इस्तेमाल किया।

राफेल डील में कुछ न कुछ गलत है

बुधवार को पीएम मोदी के भाषण के बाद सदन से बाहर निकलकर राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "पीएम लोकसभा में 1 घंटे से ज्यादा बोले, लेकिन राफेल डील पर कुछ नहीं कहा। राफेल डील में कुछ न कुछ तो गलत हुआ है।" राहुल ने कहा कि "पीएम ने लोकसभा में कैंपेन स्पीच की और कुछ नहीं किया। पीएम ने एक साल में 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किसानों की मदद के नाम पर सिर्फ बंबू और मधुमक्खी की बात करते हैं।" राहुल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "हर बार भाषण होता है, कांग्रेस के बारे में, कांग्रेस नेताओं के बारे और मोदी जी के बारे में, लेकिन जो सवाल देश के सामने हैं, उनपर कोई जवाब नहीं दे रहा है। रक्षामंत्री जी कह रही हैं कि हम नहीं बताएंगे, ये एक सीक्रेट डील है। पीएम ने 1 घंटे तक भाषण दिया, लेकिन कुछ नहीं कहा।" राहुल ने कहा कि "पीएम अपने भाषण में कांग्रेस की बात करते हैं, वो गलत नहीं है, लेकिन वो बातें आप रैलियों में करिए। सदन में सिर्फ देश के सवालों के जवाब दीजिए।"

राहुल ने कहा था- राफेल डील में घोटाला हुआ

इससे पहले मंगलवार को सदन से बाहर निकलकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील को घोटाला करार दिया था। राहुल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "रक्षा मंत्री कह रही हैं कि हम राफेल डील की रकम के बारे में नहीं बताएंगे। इसका क्या मतलब है? इसका एक ही मतलब है कि ये एक घोटाला है और इस डील को बदलने के लिए मोदी जी खुद पेरिस गए थे। पूरा देश इस बात को जानता है।" राहुल ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि "पीएम मोदी ने पर्सनली ये डील करवाई है। इसके लिए प्रधानमंत्री खुद पेरिस गए और वहां पर डील में बदलाव किए गए।" इस मामले में राहुल ने केंद्र सरकार से सफाई देने को भी कहा था।

क्या है राफेल डील? 

भारत ने 2010 में फ्रांस के साथ राफेल फाइटर जेट खरीदने की डील की थी। उस वक्त यूपीए की सरकार थी और 126 फाइटर जेट पर सहमित बनी थी। इस डील पर 2012 से लेकर 2015 तक सिर्फ बातचीत ही चलती रही। इस डील में 126 राफेल जेट खरीदने की बात चल रही थी और ये तय हुआ था कि 18 प्लेन भारत खरीदेगा, जबकि 108 जेट बेंगलुरु के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में असेंबल होंगे यानी इसे भारत में ही बनाया जाएगा। फिर अप्रैल 2015 में मोदी सरकार ने पेरिस में ये घोषणा की कि हम 126 राफेल फाइटर जेट को खरीदने की डील कैंसिल कर रहे हैं और इसके बदले 36 प्लेन सीधे फ्रांस से ही खरीद रहे हैं और एक भी राफेल भारत में नहीं बनाया जाएगा।

एक राफेल जेट कितने का? 

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने "सीक्रेसी" का हवाला देते हुए राफेल डील की कीमत तो नहीं बताई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में डिफेंस मिनिस्ट्री के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि राफेल के 36 प्लेन की कीमत 3402 मिलियन यूरो यानी 27,216 करोड़ रुपए है। इसके साथ ही इन जेट्स के स्पेयर पार्ट्स के लिए 14,400 करोड़ रुपए, जलवायु के अनुकूल बदलाव करने के लिए 13,600 करोड़ रुपए और उसके रखरखाव के इंतजाम करने के लिए 2,824 करोड़ रुपए का खर्च पड़ा है। अगर इन सब खर्चों को जोड़ा जाए तो 36 राफेल फाइटर जेट की डील 58,040 करोड़ रुपए में हुई और इस तरह से एक राफेल जेट 1,612 करोड़ रुपए में पड़ा। हालांकि राफेल जेट की कीमत कितनी है, इस बारे में रक्षा मंत्रालय ने अभी कुछ नहीं बताया है।

पहले भी लिख चुके हैं Jaitlie

इससे पहले भी राहुल गांधी ने एक बार वित्त मंत्री का नाम Jaitlie लिखा था। दरअसल, गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर आरोप लगाए थे, जिसके बाद कांग्रेस पीएम मोदी की माफी की मांग कर रही थी। इस मुद्दे पर राज्यसभा में कई दिनों से हंगामा चल रहा था, जिस वजह से सदन की कार्यवाही रुक रही थी। कांग्रेस के नेताओं ने इस मसले पर अरुण जेटली के साथ मीटिंग भी की थी। इसके बाद बुधवार को जेटली ने राज्यसभा में सफाई देते हुए कहा कि पीएम के बयान का गलत मतलब निकाला गया। जेटली के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने ट्वीट किया "थैंक्यू Jait"lie" याद दिलाने के लिए, कि हमारे पीएम जो कहते हैं, उसका कुछ मतलब नहीं होता या जो उनका मतलब होता है, वो कहते नहीं हैं।

Created On :   10 Feb 2018 2:32 AM GMT

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