कांग्रेस में 'राहुल युग' की शुरुआत, प्रेसिडेंट के लिए भरा नामांकन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के प्रेसिडेंट पद के लिए राहुल गांधी ने सोमवार को नॉमिनेशन फाइल किया। राहुल ने पार्टी के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में पार्टी प्रेसिडेंट के लिए नॉमिनेशन फाइल किया। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उनके प्रस्तावक रहे। राहुल के पार्टी प्रेसिडेंट बनते ही 19 साल बाद कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलने वाला है। इससे पहले कांग्रेस की कमान सोनिया गांधी ने 19 सालों तक संभाली। बता दें कि राहुल गांधी 2013 से पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट हैं।
A new era begins, as Congress VP Rahul Gandhi prepares his nomination papers for the post of Congress President at AICC. #IndiaWithRahulGandhi pic.twitter.com/mgFikbNfpF
— Congress (@INCIndia) December 4, 2017
.@OfficeOfRG seeking blessings from @CitiznMukherjee Former PM, Dr Manmohan Singh before filing nominations #IndiawithRahulGandhi pic.twitter.com/4Bcb8UzwT7
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 4, 2017
सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह रहे प्रस्तावक
राहुल गांधी ने सोमवार को जब कांग्रेस हेडक्वार्टर में प्रेसिडेंट पद के लिए नॉमिनेशन फाइल किया, तो उनके साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी नॉमिनेशन के लिए 4 सेट दायर किए हैं। इसमें पहले सेट में सोनिया गांधी तो दूसरे सेट में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह प्रस्तावक रहे। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी इस दौरान मौजूद रहे।
नॉमिनेशन फाइल करने का आज आखिरी दिन
कांग्रेस प्रेसिडेंट पद के लिए नॉमिनेशन फाइल करने का सोमवार को आखिरी दिन है। कांग्रेस की इलेक्शन अथॉरिटी ने नॉमिनेशन फाइल करने के लिए 1 से 4 दिसंबर तक की तारीख तय की थी। 1 और 2 दिसंबर को राहुल को केरल दौरे पर जाना था, लेकिन तमिलनाडु और केरल में आए "ओखी" तूफान की वजह से राहुल ने ये दौरा कैंसिल कर दिया था। इसके बाद 4 दिसंबर की तारीख राहुल ने खुद ही तय की थी।
शिवभक्ती के कारण सोमवार का दिन चुना
राहुल गांधी आज यानी सोमवार को कांग्रेस प्रेसिडेंट के लिए नॉमिनेशन फाइल करेंगे। सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है और राहुल खुद बड़े शिवभक्त हैं। वो कई मौकों पर खुदको शिवभक्त बता चुके हैं। इससे पहले राहुल से जब मंदिरों के दर्शन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि "मैं शिव का भक्त हूं और सच्चाई में विश्वास रखता हूं। बीजेपी जो भी कहे मैं सच्चाई में विश्वास रखता हूं।" इससे पहले भी राहुल कई बार केदारनाथ से लेकर बाबा विश्वनाथ तक के दर्शन कर चुके हैं। इस लिहाज से माना जा रहा है कि राहुल ने सोमवार का दिन भी अपनी "शिवभक्ति" की वजह से ही चुना।
11 दिसंबर को होगा एलान
4 दिसंबर को नॉमिनेशन फाइल करने के बाद 5 दिसंबर को इनकी जांच की जाएगी और इसके बाद 11 दिसंबर को नतीजे सामने आएंगे। 11 तारीख को ही नॉमिनेशन वापिस लेने की भी आखिरी तारीख है। अगर राहुल के खिलाफ कोई और भी कांग्रेस प्रेसिडेंट के लिए नॉमिनेशन फाइल करता है, तो ऐसी सिचुएशन में 16 दिसंबर को वोटिंग होगी और 19 दिसंबर को रिजल्ट आएगा। हालांकि वोटिंग होने की उम्मीद काफी कम है, क्योंकि अभी तक किसी भी नेता ने राहुल के खिलाफ नॉमिनेशन फाइल नहीं किया है।
नेहरू-गांधी परिवार के 6वें शख्स होंगे राहुल
कांग्रेस के प्रेसिडेंट बनते ही राहुल गांधी नेहरू-गांधी परिवार के 6वें शख्स बन जाएंगे, जो इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनसे पहले इस परिवार से मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी इस पद को संभाल चुकी हैं। बता दें कि राहुल से पहले उनकी मां सोनिया गांधी 19 साल से इस पद को संभाल रहीं हैं। अपने पति और फॉर्मर प्राइम मिनिस्टर राजीव गांधी की मौत के 7 साल बाद यानी 1998 में कांग्रेस प्रेसिडेंट बनीं थीं।
सबसे ज्यादा समय तक सोनिया रहीं अध्यक्ष
कांग्रेस की प्रेसिडेंट के रूप में सबसे ज्यादा समय तक सोनिया गांधी रहीं हैं। अपने पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मौत के 7 साल बाद यानी 1998 में सोनिया कांग्रेस की प्रेसिडेंट बनीं थीं। इसके बाद 19 साल तक सोनिया इस पद पर रहीं हैं। अब राहुल गांधी इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। 132 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी में 45 साल तक कांग्रेस की कमान नेहरू-गांधी परिवार ने ही संभाली है। सोनिया से पहले जवाहरलाल नेहरू 11 साल तक इस पद पर रहे। उनके बाद इंदिरा गांधी 7 साल, राजीव गांधी 6 साल और मोतीलाल नेहरू 2 साल तक कांग्रेस प्रेसिडेंट रहे।
Created On :   4 Dec 2017 2:26 AM GMT