14 दवा दुकानों पर ताबड़तोड़ छापे, दुकानदार भागे

Raid on 14 drug stores in satna district of MP, shopkeeper escaped
14 दवा दुकानों पर ताबड़तोड़ छापे, दुकानदार भागे
14 दवा दुकानों पर ताबड़तोड़ छापे, दुकानदार भागे

डिजिटल डेस्क सतना। प्रदेश के अलग-अलग ड्रग इंस्पेक्टरों की 8 सदस्यीय टीम ने शहर के करीब 14 दवा दुकानों में ताबड़तोड़ छापा मारा। प्रथमदृष्टया 4 दुकानों में जहां अनियमितताएं पाईं गईं वहीं एक मेडिकल स्टोर्स संचालक टीम को देख दुकान का शटर बंदकर  नौ...दो...ग्यारह हो गया। लम्बे समय बाद औषधि प्रशासन की इतनी बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। ऐसी कार्रवाई 5 साल पहले हुई थी जब एक साथ सतना की कई दुकानों में ताबड़तोड़ छापे मारे गए थे।
औषधि नियंत्रक ने बनाई थी टीम
मेडिकल स्टोर्स में अनियमितताओं की लगातार हो रही शिकायतों के बाद औषधि नियंत्रक डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने अलग-अलग जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों को मिलाकर एक टीम बनाई। गौरतलब है कि औषधि प्रशासन के अधिनियम 1940 की नियमावली 1945 के तहत दवा दुकानों के रुटीन सर्वे का प्रावधान है। इसी नियम के तहत औषधि नियंत्रक ने टीम तैयार की। इस टीम का काम अलग-अलग जिलों में जाकर मेडिकल स्टोर का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट तैयार करना है। शाजापुर डीआई प्रीत स्वरूप के नेतृत्व में रतलाम डीआई सारिका अग्रवाल, बालाघाट डीआई शरद जैन, उज्जैन डीआई लोकेश गुप्ता, मण्डला डीआई योगेन्द्र यादव, रीवा डीआई जयप्रकाश कुम्हार, टीकमगढ़ डीआई सोनम जैन और सतना के प्रभारी डीआई राधेश्याम बट्टी ने छापामार कार्रवाई की।
अस्पताल चौक से शुरुआत
टीम सबसे पहले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डीएन गौतम से मुलाकात करने उनके ऑफिस गई मगर सीएमएचओ रीवा मीटिंग में गए थे लिहाजा ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम सीधे अस्पताल चौक पहुंच गई। यहां पहुंचते ही टीम चार हिस्सों में बंट गई। सभी औषधि निरीक्षक धड़ाधड़ मेडिकल स्टोर्स में घुसने लगे। कुछ तय नहीं था कि इसलिए किसी मेडिकल स्टोर्स संचालक को संभलने का मौका नहीं मिला।
इन दुकानों में पहुंचे ड्रग इंस्पेक्टर
8 औषधि निरीक्षकों ने करीब 14 दवा दुकानों में छापेमार कार्रवाई करते हुए दवा से संबंधित दस्तावेजों और बिल बुकों को अपने कब्जे में ले लिया। शाह मेडिकल स्टोर, पाण्डेय मेडिकल स्टोर, शंकर मेडिकल स्टोर, गौरी मेडिकल स्टोर, एवन फार्मा, आनंद मेडिकल, रामा मेडिकल, रेडक्रॉस मेडिकल, भारत मेडिकल, यश मेडिकल, विजय मेडिकल, आशा मेडिकल, लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर, ज्योति मेडिकल स्टोर और बाबा मेडिकल स्टोर में ड्रग इंस्पेक्टर पहुंचे।
यहां मिली गड़बड़ी
ड्रग इंस्पेक्टरों को 14 दवा दुकानों में से 5 मेडिकल स्टोर्स में गड़बडिय़ां मिलीं। ज्यादातर गड़बडिय़ां रिकॉर्ड संधारण को लेकर रहीं। मसलन, दवा बिक्री से संबंधित रजिस्टरों का संधारण नहीं था और बिलों में भी हेरफेर किया गया था। जगतदेव तालाब के नजदीक मौजूद बाबा मेडिकल स्टोर्स संचालक ने दूर से जैसे ही टीम को देखा वैसे ही वह दुकान बंद कर रफूचक्कर हो गया। सबसे अधिक गड़बड़ी लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर्स में पाए जाने की खबर है। यहां टीम पहुंचने के आधे घंटे बाद फार्मासिस्ट गायत्री गुप्ता पहुंचीं। जबकि बार-बार रजिस्ट्रेशन नम्बर मांगने के काफी देर बाद पंजीयन के कागजात दिखाए गए। किसी के हस्ताक्षर किए खाली बिल भी पाए गए जिसे टीम ने जब्त कर लिए।

 

Created On :   29 March 2018 8:04 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story