झमाझम बारिश से पानी-पानी हो गया नागपुर स्टेशन, ट्रेने घंटों लेट, बस सेवा भी प्रभावित

Rail and bus services are effected by heavy rain fall, passengers suffers
झमाझम बारिश से पानी-पानी हो गया नागपुर स्टेशन, ट्रेने घंटों लेट, बस सेवा भी प्रभावित
झमाझम बारिश से पानी-पानी हो गया नागपुर स्टेशन, ट्रेने घंटों लेट, बस सेवा भी प्रभावित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शुक्रवार सुबह से लगी झड़ी से जहां उपराजधानी में जगह-जगह जल भराव हुआ। वहीं स्टेशन में पानी जमा हो गया। जिससे यात्रियों को खासी परेशानी हुई। रेल पटरियां पानी में पूरी तरह डूब चुकी थी। जोरदार बारिश ने रेल के अलावा बस सेवा पर भी खासा असर डाला। नदी-नाले उफान पर होने से 70 से ज्यादा बसें घंटों रुकी रहीं। तो रेल की पटरियों पर पानी जमा होने के कारण गाड़ियां घंटों लेट चल रही है। कई ट्रेनों को धीरे-धीरे चलाया जा रहा है। जिससे स्टेशन पर ट्रेनें काफी लेट पहुंची। ऐसे में यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

कई ट्रेनें लेट

जगह-जगह पानी भर जाने से नागपुर की ओर आनेवाली गाड़ियों को रोका गया। जिससे गाड़ियां देरी से पहुंची। इसमें ट्रेन नंबर 12135 पुणे-नागपुर एक्सप्रेस डेढ घंटे लेट पहुंची। तो 15016 यशवंतपुर-गोरखपुर एक्सप्रेस ढाई घंटे, 16094  लखनऊ-चैन्नई एक्सप्रेस ढाई घंटे, 22138 अहमदाबाद-नागपुर एक्सप्रेस 3 घंटे, 04155 कानपुर-काचीगुड़ा एक्सप्रेस ढाई घंटे, 12975 मैसूर-जयपुर एक्सप्रेस 2 घंटे, 22886 टाटानगर-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस 2 घंटे, 12615 जीटी एक्सप्रेस ढाई घंटे, 18029 शालीमार एक्सप्रेस 2 घंटे, 18030 एलटीटी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, 12844 अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस 3 घंटे, 12833 अहमदाबा-हावड़ा एक्सप्रेस 2 घंटे देरी से पहुंची।

70 से ज्यादा बसों के पहिए थमे

गणेशपेठ बस स्टैंड से रोजाना 8 सौ से ज्यादा बसों का आवा-गमन होता है। लेकिन बारिश के कारण रामटेक, पारशीवनी, चंद्रपुर और गड़चिरोली मार्ग ठप हो गया था। ऐसे में नागपुर से बाहर जानेवाली 30 से अधिक बसें और नागपुर की ओर आनेवाली 40 बसें बीच रास्ते रोक दी गई। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वर्धा रोड़ से आने-जानेवाली बसें एअरपोर्ट के पास जाम में फंसी रही। वही गड़चिरोली से आनेवाली बसें उमरेड के पास डब्ल्यूसीएल पुल के पास खड़ी हो गई थी। इसी तरह चंद्रपुर और अन्य इलाकी की बसें भी बीच सड़क रोक दी गई। जिससे यात्रियों को घंटों बसों में ही वक्त बिताना पड़ा। 

Created On :   6 July 2018 2:09 PM GMT

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