मालगाड़ी डिरेल : रेल प्रशासन ने बिड़ला के सतना सीमेंट प्रबंधन पर ठोंकी 34 लाख की पेनाल्टी

Railway Administration puts penalties on Satna cement management of Birla
मालगाड़ी डिरेल : रेल प्रशासन ने बिड़ला के सतना सीमेंट प्रबंधन पर ठोंकी 34 लाख की पेनाल्टी
मालगाड़ी डिरेल : रेल प्रशासन ने बिड़ला के सतना सीमेंट प्रबंधन पर ठोंकी 34 लाख की पेनाल्टी

डिजिटल डेस्क सतना। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल ने मालगाड़ी की 2 बीसीएन बोगियां गिरने के मामले में बिड़ला के सीमेंट प्रबंधन पर 34 लाख की पेनाल्टी ठोंकी है। जिम्मेदार रेल सूत्रों ने बताया कि इस अर्थदंड में हादसे के लिए सीमेंट प्रबंधन को जिम्मेदार पाए जाने के अलावा ट्रैक मेंटीनेंस और अन्य संधारण कार्य के मद में आए खर्चे की राशि भी शामिल है। रेल प्रबंधन ने रेल यातायात की बहाली में कटनी से ए-ग्रेड एआरटी (एक्सीडेंटल रिलीफ टे्रन) भेजने पर 11 लाख, सतना एआरटी के उपयोग पर 8 लाख, 2 क्षतिग्रस्त बीसीएन बोगियों के मेंटीनेंस पर 7 लाख, इंजीनियरिंग वक्र्स पर 5 लाख और सिग्नल एंड टेलीकॉम की बहाली के मद में 3 लाख रुपए समेत कुल 34 लाख के बिल काटे गए हैं। देनदारी के बिल बिड़ला के सीमेंट प्रबंधन को मय बिल डिमांड नोटिस भी पकड़ाई जा चुकी है।
   2 माह पहले हुआ था हादसा
गौरतलब है, बिड़ला के सतना सीमेंट फैक्ट्री से सीमेंट लोड कर सतना जंक्शन के यार्ड की ओर जा रही 42 बैगन की एक मालगाड़ी की 2 बीसीएन बोगियां 9 फरवरी को यहां शहर के अंदर मुख्त्यारगंज रेलवे क्रासिंग से कुछ ही फासले पर गिरने से जहां मुंबई-हावड़ा के बीच अप टै्रक पूरी तरह से ठप्प हो गया था, वहीं सतना-रीवा के बीच भी रेल यातायात बंद हो गया था। हादसे के दौरान मालगाड़ी लगभग 300 मीटर तक घिसट गई थी।  80 मीटर तक सतना-रीवा ट्रैक , 50 मीटर तक  मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग का अप ट्रैक और  बिड़ला की स्वयं की 120 मीटर सायडिंग लाइन भी किसी काम की नहीं रह गई थी। घटना के साथ ही जांच से पहले शुरुआती तौर पर रेलवे को 25 से 30 लाख की क्षति का अनुमान लगाया गया था।
तकनीकी पड़ताल से 2 बड़े खुलासे
 रेल सूत्रों ने बताया कि हादसे की जांच के लिए रेलवे ने तकनीकी विशेषज्ञों की 2 सदस्यीय अलग -अलग टीमें बनाई गई थीं। जांच में ये तथ्य  सामने आया कि बिड़ला द्वारा सायडिंग लाइन का मेंटीनेंस नहीं किए जाने के कारण ये नौबत आई। इतना ही इस सच का भी सनसनीखेज खुलासा हुआ कि सीमेंट लोडिंग का जिम्मा जिस ठेकेदार को सौंपा गया था,उसने डैमरेज चार्ज बचाने के लिए बोगियों में एक तरफा सीमेंट लोड कर दी थी। डिरेल की शिकार मालगाड़ी में हादसे के वक्त 42 बोगियां लगी थीं।  बोगियों का कुल वजन 85 टन था,जिसमें 62 टन सीमेंट  लोड थी। सीमेंट से लोड मालगाड़ी को सतना यार्ड लाकर यूपी के आजमगढ़ भेजा जाना था। 

Created On :   16 April 2018 8:58 AM GMT

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