अब रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को भी मिलेगी यूनिफार्म और प्रोटेक्टिव गियर

Railway Engineering Dept will also get Uniform and Protective Gear
अब रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को भी मिलेगी यूनिफार्म और प्रोटेक्टिव गियर
अब रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को भी मिलेगी यूनिफार्म और प्रोटेक्टिव गियर

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। इंजीनियरिंग विभाग के ट्रैक मेंटेनेर्स व हेल्पर को जिस प्रकार यूनिफार्म व सुरक्षा उपकरण (प्रोटेक्टिव गियर) रेलवे प्रदान करता है, ठीक उसी प्रकार अब इस सुविधा के हकदार सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व टीआरडी के हेल्पर व मेंटेनर्स होंगे। रेलवे बोर्ड ने यह निर्णय मंगलवार को रेलवे बोर्ड ने लेते हुए एआईआरएफ के महामंत्री व पश्चिम मध्य रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव को इस संबंध में इस संबंध का पत्र भी प्रदान किया गया। यह पत्र रेलवे बोर्ड में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (एसएंडटी) ट्रांसफार्मेशन उमेश बलोंदा ने प्रदान किया।

एम्पलाइज यूनियन ने उठाया था मामला
उल्लेखनीय है कि एआईआरएफ व वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन लगातार रेलवे बोर्ड से सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व टीआरडी के हेल्पर व मेंटेनर्स को यूनिफार्म व प्रोटेक्टिव गियर प्रदान करने की मांग करता रहा है। इस संबंध में आज मंगलवार 5 मार्च को रेलवे बोर्ड नई दिल्ली में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में पमरे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने इस संबंध में फिर से मामले को उठाया, जिसके बाद रेलवे बोर्ड में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (एसएंडटी) ट्रांसफार्मेशन उमेश बलोंदा ने यूनिफार्म व सुरक्षा उपकरण प्रदान करने का लेटर जारी करते हुए श्री गालव को उसे प्रदान किया।

देश भर के रेलकर्मचारियों को मिलेगा लाभ
रेलवे बोर्ड के इस निर्णय के संबंध में एआईआरएफ के एजीएस मुकेश गालव ने बताया कि रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से अब एसएंडटी, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व टीआरडी के हेल्पर व मेंटेनेर्स को नियमित रूप से यनिफार्म व सुरक्षा उपकरण मिलेंगे। जिसमें मानसून के दौरान रेनकोट कैप सहित व वाटरप्रूफ ट्राउजर साल में एक बार मिलेंगे, इसके लिए हर कर्मचारी के लिए 1200 रुपए, शीतकालन के दौरान विंटर जैकेट, साथ में इनर, उच्च क्वालिटी की आरेंज रंग की दी जायेगी, यह दो साल में एक बार मिलेगी और इसके लिए प्रति कर्मचारी 2500 रुपए तय किये गये हैं।

मिलेंगे सेफ्टी शूज
साथ ही हर 6 माह में सेफ्टी शूज वह भी स्टील लगा हुआ मिलेगा। यह सेफ्टी शूज बाटा, लिबर्टी व एक्सन जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के होने चाहिए, इसके लिए 1400 रुपए तय किये गये हैं। साथ ही पहाड़ी व बर्फीले इलाकों में पदस्थ स्टाफ के लिए भी विशेष इंतजाम किये गये हैं, जिसमें सेना को जिस प्रकार सेफ्टी शूज, जैकेट आदि की आपूर्ति की जाती है। ठीक उसी प्रकार रेलवे के इन स्टाफ के लिए भी जैकेट, ग्लब्स, ट्राउजर्स मिलेंगे।

इनका कहना है
एआईआरएफ/डबलूसीआरईयू लगातार रेलवे बोर्ड के समक्ष लगातार रेलवे के एसएंडटी, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टीआरडी के मेंटेनेर्स व हेल्पर के लिए भी यूनिफार्म व सेफ्टी उपकरणों की मांग की जाती रही, इसके लिए निरंतर दबाव भी बनाया जाता रहा। जिसके परिणाम स्वरूप रेलवे बोर्ड को निर्णय लेना पड़ा और अब इन कर्मचारियों को भी उच्च गुणवत्तायुक्त (क्वालिटी) के यूनिफार्म, सुरक्षा उपकरण नियमित रूप से प्राप्त होंगे।
मुकेश गालव, महामंत्री, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन

Created On :   5 March 2019 1:17 PM GMT

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