राज ठाकरे बोले- महाराष्ट्र में क्राइम के लिए उत्तर भारतीय जिम्मेदार

Raj Thackeray says Hindi not the only dialect in India
राज ठाकरे बोले- महाराष्ट्र में क्राइम के लिए उत्तर भारतीय जिम्मेदार
राज ठाकरे बोले- महाराष्ट्र में क्राइम के लिए उत्तर भारतीय जिम्मेदार
हाईलाइट
  • एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को उत्तर भारतीय महापंचायत को हिन्दी भाषा में संबोधित किया।
  • ठाकरे ने कहा
  • हिंदी एक सुंदर भाषा है
  • लेकिन ये गलत है कि हिन्दी राष्ट्र भाषा है।
  • राज ठाकरे ने राज्य में बढ़ रहे क्राइम के लिए उत्तर भारतीयों को जिम्मेदार ठहराया।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को उत्तर भारतीय महापंचायत को हिन्दी भाषा में संबोधित किया। इस दौरान ठाकरे ने कहा, हिंदी एक सुंदर भाषा है, लेकिन ये गलत है कि हिन्दी राष्ट्र भाषा है। अभी तक राष्ट्रीय भाषा पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हिंदी भाषा की तरह, मराठी, तमिल, गुजराती है, ये सभी इस देश की भाषाएं हैं। राज ठाकरे ने कहा, उत्तर भारतीयों को कुछ मेरी बातें समझनी हैं, इसलिए हिंदी में भाषण दे रहा हूं।

राज ठाकरे ने राज्य में बढ़ रहे क्राइम के लिए उत्तर भारतीयों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, पुलिस से पूछिए उनकी ज्यादातर जांच यूपी-बिहार के आसपास चल रही हैं, क्योंकि ये क्राइम करते हैं और चले जाते हैं। 1995 से पहले की मुंबई कुछ और थी और अब की कुछ और। यदि क्रिमिनल्स आ रहे हैं तो राज ठाकरे बर्दाश्त नहीं करेगा।

रेलवे एग्जाम में हुई घटना को लेकर राज ठाकरे ने कहा कि भर्ती महाराष्ट्र के लिए थी, लेकिन विज्ञापन यूपी और बिहार के राज्यों में दिया गया। इस कारण माहौल बिगड़ा। लोगों ने कहा कि नौकरी पहले यहां के लोगों को मिलना चाहिए। यहां भी भाषा की वजह से गलतफहमी बढ़ी, क्योंकि हमारी भाषा उन्हें समझ नहीं आई।

रोजगार को लेकर राज ठाकरे ने कहा, यदि महाराष्ट्र में रोजगार के मौके हैं तो क्या यह गलत है कि महाराष्ट्र के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए? उन्होंने कहा कि यदि कल को उत्तर प्रदेश में कोई उद्योग स्थापित होता है तो वहां के युवाओं को रोजगार के लिए प्राथमिकता मिलनी चाहिए, यही बिहार में भी होना चाहिए, इसमें गलत क्या है?

उन्होंने कहा कि उत्तर भारत से रोजाना 48 ट्रेनें आ रही हैं, वो भरकर आती हैं और यहां से खाली जाती हैं। ये समझना चाहिए की राज्य की कैपिसिटी कितनी है। इस शहर की जो हालत हुई है, स्कूल- कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहे। फुटपाथ पर लोगों को चलने को नहीं मिल रहा। यह सब जनसंख्या बढ़ने के कारण हुआ है।  

Created On :   2 Dec 2018 4:33 PM GMT

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