गुर्जरों की मांग के आगे झुकी राजस्थान सरकार, आरक्षण के लिए लाएंगे प्रस्ताव

गुर्जरों की मांग के आगे झुकी राजस्थान सरकार, आरक्षण के लिए लाएंगे प्रस्ताव
हाईलाइट
  • गुर्जर आरक्षण आंदोलन पर राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला किया है।
  • चंदना ने कहा कि सरकार ने आरक्षण के लिए विधानसभा में प्रस्ताव लाया जाएगा।
  • मंगलवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक कैबिनेट मीटिंग रखी थी।

डिजिटल डेस्क, जयपुर। नौकरियों और शिक्षा में पांच फीसदी कोटा की मांग को लेकर राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से जारी गुर्जर आरक्षण आंदोलन पर राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला किया है। मंगलवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक कैबिनेट मीटिंग रखी थी। मीटिंग के बाद खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि गुर्जरों के आरक्षण मांग को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। चंदना ने कहा कि सरकार आरक्षण के लिए विधानसभा में प्रस्ताव लेकर आएगी। चंदना ने कहा कि हम विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर गुर्जरों को आरक्षण देंगे और आंदोलन समाप्त करवाएंगे।

बता दें कि पिछले पांच दिनों से गुर्जर समाज नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पटरियों और नेशनल हाइवे पर धरने पर बैठे हैं। आंदोलनाकारियों ने दिल्ली-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग को धोलपुर में जाम लगाने की कोशिश भी की थी। जिसके बाद पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच झड़प हो गई थी। आंदोलनकारियों ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी थी और पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। इस दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। इसके बाद धौलपुर और करौली जिले में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई थी।

इससे पहले भी राज्य सरकार ने आंदोलन की अगुवाई गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला से मिलने की कोशिश की थी। सरकार ने इस मामले के लिए एक टीम गठित की थी। हालांकि बातचीत बेनतीजा रही और बैंसला अपनी मांग पर अड़े रहे। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि जिसको जो भी बात करनी है, वो यहीं पटरियों पर आकर करें। हम यहां से नहीं हटेंगे चाहे यह कल हो या परसों हो या 20 दिन बाद। हम आंदोलन पर डटे रहेंगे। अगर सरकार कुछ भी गलत नहीं चाहती है, तो हम जो आरक्षण की मांग कर रहे हैं, वह पूरा करें। इसके बाद सभी लोग अपने अपने घर लौट जाएंगे। 

इस आंदोलन में रेलवे को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। रेल अधिकारियों ने बताया था कि 11 फरवरी तक कम से कम 65 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वहीं कई ट्रेनों को डायवर्ट भी करना पड़ा है। रेल अधिकारियों का कहना था कि कोटा डिवीजन में चल रहे गुर्जर आंदोलन के कारण 10 फरवरी को चलने वाली नॉर्थ रेलवे की 18 ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं। 11 फरवरी को चलने वाली दस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, 12 फरवरी को चलने वाली 12 ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है और 13 फरवरी को चलने वाली 15 ट्रेनों को भी रद्द किया जा रहा है।

Created On :   12 Feb 2019 3:59 PM GMT

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