भारत-चीन सीमा का दौरा करेंगे राजनाथ सिंह

Rajnath Singh to visit India-China border areas in Uttarakhand
भारत-चीन सीमा का दौरा करेंगे राजनाथ सिंह
भारत-चीन सीमा का दौरा करेंगे राजनाथ सिंह

फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह इसी सप्ताह उत्तराखंड में भारत-चीन सरहद का दौरा करेंगे जहां हाल ही में चीनी सैनिक घुस आए थे। इस दौरान वह भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों से भी बातचीत करेंगे। आईटीबीपी ही 14,311 फुट की ऊंचाई पर स्थित अग्रिम सीमा चौकियों की रखवाली करती है। 

डोकलाम गतिरोध सुलझने के बाद से केंद्र सरकार के किसी वरिष्ठ मंत्री का यह पहला चीनी सीमा का दौरा है। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया सिंह 28 सितंबर से शुरू हो रही यात्रा के दौरान रिमखिम (12,500 फुट की ऊंचाई), माना (10,500 की ऊंचाई) और औली (10,200 फुट की ऊंचाई) स्थित आईटीबीपी की अग्रिम चौकियों का दौरा करेंगे। 


विकास परियोजनाओं की करेंगे समीक्षा

डोकलाम विवाद के बाद से भारत ने सीमा पर ढ़ाचागत सुविधाएं विकसित किए जाने पर जोर दिया है। इसके तहत भारत जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश की चीन से लगने वाली 3488 किलोमीटर सीमा में 73 सड़कों का निर्माण कर रहा है। इसमें से 804 किमी लंबी 27 सड़कें मृहमंत्रालय बना रहा है। इस परियोजना पर 1,937 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इन सड़कों के निर्माण के बाद आपात स्थिति में सीमा पर कम समय में बड़ी संख्या में सैनिकों को भेज पाना संभव हो सकेगा। केंद्र सरकार ने चीन के साथ लगातार बढ़ते तनाव के बीच सीमा पर ढ़ांचागत सुविधाएं विकसित करने की जो योजना बनाई है, वह भारत की सामरिक स्थिति को मजबूत करेगी।


जुलाई में घुस आए थे चीनी सैनिक

आपको याद होगा कि बीती 25 जुलाई को चीनी सैनिक चमोली जिले के बाराहोती में 800 मीटर तक भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे। वापस अपने इलाके में जाने से पहले वे कुछ समय तक वहीं रुके थे। यह इलाका उत्तराखंड के चमोली जिले में पड़ता है। उत्तराखंड की 345 किलोमीटर सीमा चीन से लगती है। केंद्र सरकार ने इस ऊंचाई वाले इलाके में हाल में कई यहां ढ़ांचागत विकास परियोजनाएं शुरू की हैं। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस दौरान गृहमंत्री सीमा पर स्थिति की समीक्षा और चीन सीमा पर शुरू की गई आधारभूत ढांचा परियोजनाओं की प्रगति का आकलन करेंगे। वह वहां आयोजित सैनिक सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। 


चीन से लगती है पांच राज्यों की 3488 किमी सीमा

यात्रा के पहले दिन वह दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के आईएएस, आईपीएस और अन्य वर्गों के प्रोबेशनर्स को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान वह वहां केंद्र सरकार के अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारियों से भी बातचीत करेंगे। भारत की 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा पांच राज्यों से चीन से लगती है, जिसमें जम्मू-कश्मीर में (1,597 किलोमीटर), हिमाचल प्रदेश (200 किलोमीटर) उत्तराखंड (345 किलोमीटर), सिक्कम (220 किलोमीटर), और अरुणाचल प्रदेश (1,126 किलोमीटर) शामिल है।

Created On :   24 Sep 2017 6:46 PM GMT

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