राणे का दावा- उपचुनाव में बीजेपी देती टिकट तो सुनिश्चित थी जीत

Rane said if i was a candidate of election, victory was confirmed
राणे का दावा- उपचुनाव में बीजेपी देती टिकट तो सुनिश्चित थी जीत
राणे का दावा- उपचुनाव में बीजेपी देती टिकट तो सुनिश्चित थी जीत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने वाले महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के अध्यक्ष और पूर्व सीएम नारायण राणे को कैबिनेट मंत्री पद के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। सहयोगी दल शिवसेना के दबाव में बीजेपी ने विधान परिषद उपचुनाव के लिए राणे को टिकट नहीं दिया। सोमवार को राणे मीडिया के सामने आए। राणे ने दावा करते हुए कहा कि यदि बीजेपी मुझे टिकट देती तो वे विधान परिषद का उपचुनाव जीत जाते। राणे ने कहा कि उम्मीदवारी मिलने पर शिवसेना विधायकों का वोट टूटता और उसका लाभ उन्हें ही मिलता। राणे ने कहा कि वह ये मानने को तैयार नहीं कि शिवसेना के विरोध के कारण उन्हें टिकट नहीं मिला। राणे ने कहा कि यदि बीजेपी मुझे टिकट देती, तो शिवसेना के विरोध के बावजूद चुनाव जीत जाते। 

फडणवीस के साथ वर्षा पर बैठक

राणे के मुताबिक रविवार रात उनकी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ वर्षा पर बैठक हुई। सीएम ने उन्हें बीजेपी की भूमिका के बारे में स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि वे सीएम से सहमत हैं। इसके बाद उन्होंने विधान परिषद का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। सूत्रों के अनुसार बीजेपी जून और जुलाई महीने में रिक्त होने वाली विधान परिषद की 21 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के समय उम्मीवार बनाएगी। राणे ने कहा कि नामांकन से पहले कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना को एक साथ करने का दावा किया था। उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि तीन दलों का मेरे खिलाफ इकट्ठा होना मेरे लिए विजय की बात है। 

शिंदे ने कहा, देखिए आगे -आगे होता है क्या?

राणे को टिकट नहीं मिलने से शिवसेना मंत्री और विधायकों के चेहरों पर खुशी छुपाए नहीं छुप रही। शिवसेना नेता और प्रदेश के एमएसआरडीसी मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह तो शुरुआत है, अभी देखिए आगे -आगे होता है क्या। राणे को टिकट नहीं देने के सवाल पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने कहा कि विधान परिषद उपचुनाव की सीट बीजेपी ही लड़ने वाली थी। राणे सहयोगी दल के नेता हैं। इसलिए उनको उम्मीदवारी देने का सवाल ही नहीं उठता है। 
 

आखिर कैसे हुए राणे संतुष्ट 

आक्रामक तेवर वाले राणे को कांग्रेस उनके पार्टी में रहते हुए बीते दस सालों में उन्हें कभी संतुष्ट नहीं कर पाई। राणे ने पार्टी में रहते हुए कांग्रेस के तत्कालीन सीएम से लेकर वरिष्ठ नेताओं पर हमला बोला था। पर कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी ने राणे को दो ही महीने में संतुष्ट कर दिया। इस सवाल पर बीजेपी के एक वरिष्ठ मंत्री शिवसेना के मंत्रियों और विधायकों की ओर इशारा किया। बीजेपी मंत्री का कहना था कि राणे बीजेपी नहीं बल्कि शिवसेना के कारण शांत हुए हैं। 

Created On :   27 Nov 2017 2:35 PM GMT

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