साढ़े पांच लाख के इनामी डकैत बबुली का वीडियो वायरल, शराब-शबाब-कबाब का है शौकीन

साढ़े पांच लाख के इनामी डकैत बबुली का वीडियो वायरल, शराब-शबाब-कबाब का है शौकीन

डिजिटल डेस्क, सतना। हरे रंग की बनियान...नीला पैंट और पैरों में काही रंग के जूते पहने साढ़े पांच लाख का इनामी डकैत बबुली का नया ‘अवतार’ देखने में आया है। दरअसल, बबुली का एक 2 मिनट 6 सेकण्ड का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ है जिसमें वह मस्ती के साथ ‘राजा हिन्दुस्तानी’ फिल्म का गाना सुनाई देते दिखाई दे रहा है। वीडियो देखकर सहस ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसे बबुली और उसके साथियों ने बनाया है।

बबुली ने लिखी दहशत की इबारत


पुलिस से मुठभेड़ में बलखडिय़ा की मौत के बाद गिरोह की कमान संभालने वाले दुर्दान्त डकैत बबुली कोल ने बहुत कम समय में दहशत की नई इबारत लिख डाली है। दोनों राज्यों की पुलिस के साथ दर्जनों मुठभेड़ में अपने साथियों और असलहा गवाने के बावजूद चम्बल से लेकर पाठा तक फिलहाल उसकी बराबरी का कोई डकैत बचा नहीं है। खौफ इतना है कि साढ़े 5 लाख के इनामी डकैत के नाम से ही लाखों का चढ़ावा पहुंच जाता है। पुलिस की चौतरफा घेराबंदी के बावजूद गैंग लीडर अपने सारे शौक आराम से पूरे कर लेता है। शराब, कवाब, शवाब के अलावा नए-नए फोन रखना और बंदूक के साथ फोटो या सेल्फी खींचने के शौकीन बबुली को फिल्मी गाने भी काफी पसंद है।



फिल्मी गाने पर मुस्कुरा रहा दस्यु 


दैनिक भास्कर के हाथ एक ऐसी वीडियो क्लिप लगी है जिसमें गैंग लीडर किसी गुफानुमा जगह पर आराम फरमा रहा है। बैकग्राउंड में रेडियो या मोबाइल पर फिल्मी गाना बज रहा है तो किसी लडक़ी के बात करने और हंसने की आवाज आ रही है। उसके साथ कोई और गैंग मेम्बर भी है जो गैंग लीडर का राइट हैन्ड और साला लवलेश हो सकता है। यह वीडियो क्लिप कब और कहां रिकार्ड की गई, इसके बारे में कोई प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। माना जा रहा है कि किसी मुठभेड़ के दौरान भागते समय छूट गए फोन में मिली वीडियो क्लिप को पुलिस या किसी और ने वायरल कर दिया। इस क्लिप ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस कितने भी दावे कर ले पर जब तक डकैतों से जुड़ा कोई व्यक्ति गद्दारी नहीं करता, तब तक सफलता हाथ नहीं लगती।

11 साल से तराई में सक्रिय 


उत्तरप्रदेश के कर्वी जिले में आने वाले मारकुंडी थाना अंतर्गत सोसायटी कोलान-डोंडा का मूल निवासी 38 वर्षीय बबुली कोल 12वीं तक पढ़ाई कर चुका है। वर्ष 2007 में यूपी पुलिस ने तब के सबसे खूंखार डकैत ठोकिया की मदद के आरोप में बबुली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जहां उसकी मुलाकात ठोकिया के रिश्तेदार लाले पटेल से हो गई। जेल से बाहर आने के बाद बबुली ने ददुआ का दामन थाम लिया। पुलिस ने जब ददुआ को मार गिराया तो वह सुंदर पटेल के गिरोह में आ गया फिर बलखडिय़ा ने कमान संभाल ली तो उसका राइट हैंड बन गया और जब बलखडिय़ा मारा गया, तब खुद सरगना बन गया। गिरोह में फिलहाल 1 लाख के इनामी लवलेश कोल के अलावा 4 और सदस्य हैं। अगस्त से लेकर मार्च तक यूपी और एमपी पुलिस के साथ एक के बाद एक हुई मुठभेड़ों से गिरोह काफी कमजोर हो चुका है फिर भी पुलिस के लिए उस तक पहुंचना टेढ़ी खीर है।

Created On :   14 April 2018 8:16 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story