1 करोड़ 5 लाख बार राम नाम लिखकर बनाया रिकार्ड, श्रीसीताराम नाम बैंक ने दी स्थायी सदस्यता

Record made by writing the Ram Naam one crore five lakh times
1 करोड़ 5 लाख बार राम नाम लिखकर बनाया रिकार्ड, श्रीसीताराम नाम बैंक ने दी स्थायी सदस्यता
1 करोड़ 5 लाख बार राम नाम लिखकर बनाया रिकार्ड, श्रीसीताराम नाम बैंक ने दी स्थायी सदस्यता

डिजिटल डेस्क, मंडला। कलयुग में रामनाम का जाप ही बेड़ापार कर देता है। यहां मंडला के एक सेवानिवृत स्वास्थ्यकर्मी ने रामनाम की भक्ति में ऐसा कुछ कर दिया है कि चहुंओर उनके इस कार्य की भूरि भूरि प्रशंसा हो रही है। उन्होंने सिर्फ चार साल तीन महीने एक करोड़ पांच लाख ग्यारह हजार छ: सौ नौ बार राम नाम लिखा है और रामनाम की महिमा से लिखी कॉपी को अयोध्या के अर्तंराष्ट्रीय श्री सीताराम नाम बैंक में जमा कराया है।

इतने कम समय में करोड़ो राम नाम लिखने का इन्होनें रिकार्ड बनाया है। यह सिलसिला अभी थमा नहीं है। राम की अनूठीं भक्ति के चलते गत तीन महिनों में पांच लाख से अधिक रामनाम और लिख चुकें। जीवन में करीब दो करोड़ इक्कावन लाख रामनाम लिखने का लक्ष्य बनाया है। नगर के डॉ अंबेडकर वार्ड पड़ाव निवासी मूल चन्द्र साहू स्वास्थ्य विभाग से वर्ष 2012 में सेवानिवृत हुए। अपनी 36 साल की सर्विस के बाद खाली समय काटे नहीं कटा। इसी बीच अस्वस्थ्य होने पर बायपास सर्जरी करानी पड़ी। परिवार के लिए यह विकट परिस्थिति बन गई। धर्म कर्म से जुड़ी पत्नि रामकली साहू ने उन्हे रामनाम लिखने की प्रेरणा दी। 22 फरवरी 2014 से मूलचन्द्र साहू ने राम नाम की महिमा लिखना शुरू किया, फिर वे कभी नहीं रूके। लगातार राम नाम लिखने का क्रम चलता रहा है।



इस कार्य में वे ऐसे लीन हुए है कि महज कुछ सालो में ही लाखो और फिर करोड़ो रामनाम लिख लिए और आज दूसरों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। जिसने भी यह कार्य के बारे सुना समझा वह प्रशंसा करते हुए फूले नहीं समा रहे है।

यूं खुला रामनाम बैंक में खाता
सेवानिवृतकर्मी श्री साहू ने बताया है कि अयोध्या स्थित अंतरराष्ट्रीय श्री रामनाम बैंक की स्थापना वर्ष 1963 में नृत्य गोपालदास महाराज द्वारा की गई। इस बैंक की देश विदेश में मिलाकर 125 से अधिक शाखाएं हैं। जिसमें रोजाना रामनाम से लिखी कॉपी जमा कराने के लिए लोग पहुंचते है। इनमें अधिकांश सेवानिवृत गजेटेड अफसर से लेकर आमभक्त भी शमिल होते है। उन्होंने बताया है कि वे रोजाना सात से 12 हजार रामनाम शुद्व रूप से लिख लेते है। इस बैंक में पांच लाख से अधिक रामनाम जमा कराने के बाद खाता क्रमांक 22132 की पासबुक मिली। जिसमें 14 मार्च 18 को अब करोड़ो रामनाम की माया दर्ज करा चुके हैं। बैंक मैनेजर और संतो के द्वारा श्री साहू को सम्मानित करते हुए स्थायी सदस्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।

ढाई करोड़ रामनाम लिखने का लक्ष्य
श्री साहू ने करीब ढाई करोड़ रामनाम लिखने का लक्ष्य बनाया है। उनका कहना है कि श्री राम भक्तों की कमी नहीं है, जिन्हें राम नाम की ही धुन लगी है। यहां मंडला में भी कई राम भक्त है जिनके द्वारा रामनाम लिखा जा रहा है। जिला समेत पूरे  महाकौशल में रामभक्तों को सुबह शाम जब भी मौका मिलता है, वे राम नाम जपते ही नहीं उसे लिखते भी हैं। इतना ही नहीं राम नाम को लिखकर वे उसे बैंक में जमा भी कराते हैं। इस बैंक में राम नाम जमा कराने पर ब्याज भले ही न मिलता हो, लेकिन सच्चा आनंद अवश्य मिलता है। राम नाम लिखने के लिए वे अयोध्या और बाजार से कॉपी खरीदते है।

इनका कहना है
हमारे बैंक में रामनाम का हिसाब किताब दर्ज किया जाता है। यहां देश विदेश से लोग पहुंचते है। खरबो से ज्यादा में रामनाम जमा हो चुकें है। कम समय में विरले लोग ही करोड़ो तक पहुंच पाते है लेकिन इनकी संख्या भी बढ़ी है।
 कन्हैयादास महाराज, सहायक मैनेजर, अंतरराष्ट्रीय श्री सीतारामनाम बैंक अयोध्या.

 

Created On :   15 Jun 2018 9:22 AM GMT

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