यूनिवर्सिटी की सख्ती के बाद संलग्न कॉलेजों में 200 शिक्षकों की नियुक्तियां

Recruitment of teachers in colleges after the university strictness
यूनिवर्सिटी की सख्ती के बाद संलग्न कॉलेजों में 200 शिक्षकों की नियुक्तियां
यूनिवर्सिटी की सख्ती के बाद संलग्न कॉलेजों में 200 शिक्षकों की नियुक्तियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कॉलेजों में शिक्षक न होने के कारण यूनिवर्सिटी ने 132 कॉलेजों में प्रथम वर्ष के प्रवेश प्रतिबंधित कर दिए। यूनिवर्सिटी द्वारा कार्रवाई का डंडा चलाने के बाद यूनिवर्सिटी संलग्न काॅलेजों में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है। बीते कुछ दिनों में नागपुर विश्वविद्यालय ने 1587 विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए एनओसी जारी की है। तो नियुक्ति की प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी कर चुके विविध कॉलेजों में उम्मीदवार के चयन के लिए समितियों का गठन किया गया है। विश्वविद्यालय ने मई माह से लेकर अब तक 170 समितियों का गठन किया है। प्रत्येक विषय के लिए एक समिति बनाई गई है। विवि प्रकुलगुरु डॉ. येवले ने कहा कि प्रवेश प्रतिबंधित करके यूनिवर्सिटी कॉलेज बंद नहीं करना चाहता था, बल्कि यह उद्देश्य था कि विषय में पढ़ाने के लिए शिक्षक नियुक्त किए जाएं। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी काॅलेज पर से यूनिवर्सिटी ने प्रतिबंध नहीं उठाया है। नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही प्रतिबंध हटाने पर विचार किया जाएगा।

कॉलेजों पर लगा है प्रतिबंध

कुछ समय पूर्व शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कुल 132 कॉलेजों में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिए। इनमें मुख्य त्रुटि यह थी कि यहां नियमित शिक्षकों की नियुक्तियां नहीं थीं। उल्लेखनीय है कि नागपुर विश्वविद्यालय के अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के प्रवेश शुरू हो गए हैं। विश्वविद्यालय ने करीब 132 कॉलेजों में प्रवेश लेने से विद्यार्थियों को प्रतिबंधित कर रखा है। कॉलेजों में त्रुटियां दूर होने के बाद ही यूनिवर्सिटी प्रतिबंध हटाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित एडमिशन शेड्यूल के आखिरी दिन तक भी यदि कॉलेज शिक्षकों की नियुक्तियां कर लेता है, तो उन पर से प्रतिबंध हटाने का आश्वासन यूनिवर्सिटी ने उन्हें दिया है।

समय बहुत लगता है

इसी आश्वासन पर बीते कुछ महीनों में विश्वविद्यालय से विविध कॉलेजों ने शिक्षक नियुक्तियों के लिए एनओसी प्राप्त की है। यूनिवर्सिटी ने बीते कुछ महीनों में 1587 विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए एनओसी जारी की है। एनओसी मिलने के बाद कॉलेजों को नियुक्ति पूरी करने में अच्छा खासा समय लगता है। विज्ञापन जारी करने से लेकर, आवेदन मंगाने और साक्षात्कार से उम्मीदवार का चयन होता है। बाद में यूनिवर्सिटी को प्रस्ताव भेज कर नियुक्ति पर मान्यता लेनी होती है। नागपुर यूनिवर्सिटी ने एनओसी तो जारी की है, अब इंतजार है कि वाकई में कितने कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति हो जाती है। तय शेड्यूल के अनुसार यूनिवर्सिटी में 31 अगस्त तक प्रवेश लिया जा सकता है।

Created On :   3 July 2019 6:57 AM GMT

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