अगले हफ्ते से रजिस्ट्री में नहीं चलेंगे नोट, 23 तरह की सेवायें होंगी कैशलेस

Registration and other services are going cashless from next week
अगले हफ्ते से रजिस्ट्री में नहीं चलेंगे नोट, 23 तरह की सेवायें होंगी कैशलेस
अगले हफ्ते से रजिस्ट्री में नहीं चलेंगे नोट, 23 तरह की सेवायें होंगी कैशलेस

डिजिटल डेस्क, जबलपुर । पंजीयन विभाग का पूरा काम अगले सप्ताह से कैशलेस हो जाएगा। अब RRC, स्टाम्प ड्यूटी के साथ सम्पदा सॉफ्टवेयर के अंतर्गत दस सर्विस और सम्पदा के बाहर की लगभग 13 सेवाओं के लिए शुल्क का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकेगा। पता चला है कि आगामी सोमवार 21 मई से यह कैशलेस व्यवस्था जिले के सभी पंजीयन कार्यालयों में हो लागू हो जाएगी। जानकारों की मानें तो इससे अब ग्राहकों और पक्षकारों को स्टाम्प ड्यूटी शुल्क चुकाने के लिए चालान जमा करने बैंक की लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। वे पंजीयन कार्यालय में ही सम्पदा या सायबर ट्रेजरी के जरिए ऑनलाइन शुल्क जमा करवा सकेंगे। इसके अलावा नागरिक सर्विस प्रोवाइडर की क्रेडिट लिमिट के माध्यम से शुल्क का भुगतान करवा सकेंगे।
दरअसल, जिन ग्राहकों के पास नेट बैंकिंग की सुविधा होगी, वे सीधे कार्यालय में अपने खाते से राशि जमा करवा सकेंगे। वहीं जिनके पास नेट बैंकिंग की सुविधा नहीं होंगी वे भुगतान करने के लिए सर्विस प्रोवाइडर की क्रेडिट लिमिट का उपयोग कर सकेंगे।

क्या है उद्देश्य
कैशलेस पेमेंट की व्यवस्था लागू करने का उद्देश्य विभागीय जिला पंजीयक व उप पंजीयक कार्यालयों को पूर्ण रूप से कैशलेस किया जाना है। अभी तक विभाग को 90 प्रतिशत राजस्व ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से सम्पदा परियोजना के तहत प्राप्त होता है। इसके अलावा लगभग 8 प्रतिशत राजस्व विभागीय कार्यालयों में नकद, चालान के माध्यम से कोषालयों में पक्षकारों द्वारा जमा किए जाते हैं। शेष 2 प्रतिशत भौतिक ज्यूडिशियल स्टाम्प के माध्यम से राजस्व प्राप्त किया जाता है। वहीं जिला पंजीयक व उप पंजीयक कार्यालयों में नकद भुगतान जैसे RRC प्रकरण, स्टाम्प प्रकरण, उप पंजीयक द्वारा धारा 35(च) में बढ़ाया गया शुल्क एवं फीस आदि प्रकार के समस्त नकद भुगतान सम्पदा परियोजना अंतर्गत कैशलेस पेमेंट माड्यूल द्वारा किया जाना संभव हो पाएगा।

इनका कहना है
पंजीयन विभाग के अंतर्गत होने वाले ट्रांजेक्शन को पूर्ण रूप से कैशलेस किया जाना है। ये व्यवस्था आगामी सोमवार से जिले के पंजीयन कार्यालय में लागू हो जाएगी।
- प्रभाकर चतुर्वेदी प्रभारी उप महानिरीक्षक, पंजीयन विभाग

 

Created On :   17 May 2018 7:58 AM GMT

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