एक रुपए में खिला रहे भरपेट स्वादिष्ट खाना, चैरिटी शो से 35 लाख जुटाए , ब्याज से चल रहा काम

Rich making food for the poor and labour class people in 1 rupee
एक रुपए में खिला रहे भरपेट स्वादिष्ट खाना, चैरिटी शो से 35 लाख जुटाए , ब्याज से चल रहा काम
एक रुपए में खिला रहे भरपेट स्वादिष्ट खाना, चैरिटी शो से 35 लाख जुटाए , ब्याज से चल रहा काम

डिजिटल डेस्क, कटनी। दिन भर हाड़ तोड़ मेहनत के बाद भी फुटपाथों पर गरीबों, रिक्शा चालकों, हाथ ठेला धकेलने वालों को भूखे पेट सोते देख शहर के सभ्रांत लोगों के दिमाग में एक आईडिया आया। गरीबों को एक रुपए में भरपेट भोजन कराने का संकल्प लिया। इसके लिए फंड जुटाने एक चैरिटी शो आयोजित किया। इस चैरिटी शो से 35 लाख रुपए की आय हुई। यह राशि बैंक में जमा कर उसके ब्याज से गरीबों को एक रुपए में भोजन करा रहे हैं। यह स्तुत्य कार्य नगर की सामाजिक संस्था जागृति सोसायटी फॉर सोशल वेलफेयर द्वारा किया जा रहा है।

बिना किसी प्रचार-प्रसार के सामाजिक कार्यों में संलग्र जागृति सोसायटी फॉर सोशल वेलफेयर के नाम कई उल्लेखनीय कार्य दर्ज हैं। जिनमें पौधरोपण, जल संरक्षण सहित अनेेक कार्य हैं, लेकिन गरीबों को भोजन कराने शुरू किए गए रोटी कुटी में शहर के लोग भी सहयोग कर रहे हैं। जागृति सोसायटी फॉर सोशल वेलफेयर द्वारा रोटी कुटी के संचालन के लिए बनाई गई समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत भारद्वाज एवं सचिव जाकिर हुसैन के अनुसार सप्ताह में छह दिन दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे के बीच गरीबों को भोजन कराया जाता है। यहां प्रतिदिन 50-60 लोग भोजन करते हैं।

सोसायटी के सचिव डॉ.संजय निगम के अनुसार रोटी कुटी के लिए तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने पहल की थी। श्री गढ़पाले की पहल पर समिति ने गरीबों को भोजन कराना प्रारंभ किया। रोटी कुटी के लिए कलेक्टर ने पुराने न्यायालय परिसर में बरामदा आवंटित किया, जहां यह कार्य पिछले 16 माह से चल रहा है। एक फरवरी 2017 से शुरू किए गए रोटी कुटी में मार्च 2018 तक 10900 लोग भोजन कर चुके हैं। इस कार्य में शहर के लोग भी सहयोग कर रहे हैं। परिजनों के जन्मदिन, पुण्यतिथी पर भी लोग गरीबों को भोजन कराते हैं। एक दिन के भोजन के लिए 1100 रुपए की राशि निर्धारित की है।

हर दिन का अलग है मीनू
रोटी कुटी में हर दिन का मीनू निश्चित है। सोमवार को दाल-चावल, मंगलवार, शुक्रवार को पुड़ी सब्जी, गुरुवार को कढ़ी-चावल, बुधवार को सब्जी-चावल एवं शनिवार को खिचड़ी खिलाई जाती है। रोटी कुटी में दोना पत्तल बेचकर गुजारा करने वाले पटेहरा निवासी सोनेलाल चौधरी पिछले 16 माह से यहां दोपहर में खाना खा रहे हैं। सोनेलाल के अनुसार विशेष अवसरों पर पूड़ी, सब्जी, चावल, खीर, मिठाई, पेड़ा, गुलाब जामुन भी खाने मिलते हैं। भिक्षावृत्ति करने वाले सतना निवासी लक्ष्मण भी यहां दोपहर में भरपेट भोजन कर लेते हैं। भीख में मिलने वाले पैसे से दो-तीन रुपए यहां जमा करके खाना खा लेता है।

 

Created On :   30 Jun 2018 11:40 AM GMT

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