रिम्स के 700 जूनियर डॉक्टरों ने आज से शुरू की हड़ताल, मरीज रहेंगे परेशान

RIMS 700 junior doctors start strike today, patients will upset
रिम्स के 700 जूनियर डॉक्टरों ने आज से शुरू की हड़ताल, मरीज रहेंगे परेशान
रिम्स के 700 जूनियर डॉक्टरों ने आज से शुरू की हड़ताल, मरीज रहेंगे परेशान

डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड की राजधानी में रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने आज से हड़ताल शुरू कर दी है। रिम्स में ओपीडी, इंडोर व ऑपेरशन आज पूरी तरह ठप रहेंगे। हालांकि अस्पताल में भर्ती मरीजों की देखभाल करीब 250 सीनियर डॉक्टरों के भरोसे होगी। आज रिम्स में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि रिम्स में जूनियर डॉक्टरों के भरोसे ही चिकित्सा व्यवस्था टिकी हुई है। रिम्स में पीजी स्टूडेंट की संख्या करीब 450 है।

 

 

वहीं, इंटर्न की संख्या 150 के करीब है। इसके अलावा हाउस सर्जन करीब 100 हैं। जूनियर डॉक्टर ओपीडी में सीनियर डॉक्टर को सहयोग करते हैं। मरीजों को दवाएं लिखने के साथ-साथ अन्य सभी परीक्षण उनके द्वारा ही किया जाता है। इसके अलावा वार्ड में भर्ती मरीजों को दवाएं लिखने, वार्ड में रात में देखभाल करने की जिम्मेदारी उनकी ही है। रेडियोलॉजिकल जांच से लेकर ब्लड जांच का जिम्मा भी जूनियर डॉक्टर के भरोसे होता है। ऐसे में जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल पर चले जाना परेशानी का कारण बन सकता है।     


ऐसे शुरू हुआ विवाद 
 
रिम्स के न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती रंजीत कुमार सिंह को उनके परिजन ने शनिवार को  सर्जरी डी-2 वार्ड में शिफ्ट कराया था। जूनियर डॉक्टरों के अनुसार सोमवार सुबह करीब 10 बजे वे मरीज को देख रहे थे। इस दौरान मरीज के पास पांच-छह लोग मौजूद थे, उनमें से एक व्यक्ति जूनियर डॉक्टरों पर मरीज को स्लाइन चढ़ाने का दबाव बना रहा था। जूनियर डॉक्टरों ने परिजन से कहा कि आप लोग यहां से चले जाए। इस पर परिजन में से एक ने जूनियर डॉक्टर से मारपीट कर दी।

 
जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन इलाज में दखलंदाजी कर रहे थे। उन्होंने जब बाहर जाने को कहा, तो परिजन मारपीट करने लगे। वहीं परिजनों ने कहा कि इलाज करने के लिए कहने पर जूनियर डॉक्टर अभद्र व्यवहार करने लगे और वार्ड में हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। 

 


 

 

क्या हैं मांगे
 
रिम्स परिसर में पुलिस पीकेट को बहाल किया जाए।
मेडिसिन, सर्जरी व पीडियेट्रिक आइसीयू में दो पुलिसकर्मी नियुक्त किए जाए।
दोषियों को गिरफ्तार कर उनके के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए
 
 
रिम्स निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव ने कहा कि हड़ताल पर डॉक्टरों के जाने की सूचना मिली है, लेकिन हमारे पास 250 सीनियर डॉक्टर हैं। सीनियर डॉक्टर सेवा देंगे। किसी प्रकार की परेशानी भर्ती मरीजों को नहीं होगी। ओपीडी में सीनियर डॉक्टर परामर्श के लिए उपलब्ध होंगे।  

Created On :   27 Feb 2018 3:28 AM GMT

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