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घोटाला करने वाले रोजगार सहायक पर CEO मेहरबान, विधानसभा को भी गुमराह किया
डिजिटल डेस्क, छतरपुर। जनपद पंचायत गौरिहार की ग्राम पंचायत सीलप में पदस्थ रहीं रोजगार सहायक को सरकारी राशि के दुरुपयोग का दोषी पाते हुए सेवा समाप्त कर दी गई थी। इस रोजगार सहायक की वित्तीय गड़बड़ी का मामला विधानसभा में भी उठाया गया। इस पर जिला पंचायत सीईओ द्वारा विधानसभा को जानकारी दे दी गई कि इस रोजगार सहायक की सेवाएं समाप्त कर दी गईं हैं। इधर सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। वित्तीय गड़बड़ी के नाम पर सिर्फ ग्राम पंचायत सीलप से ग्राम पंचायत जरेहटा स्थानांतरण किया गया है।
जनपद पंचायत गौरिहार की ग्राम पंचायत सीलप में पदस्थ रोजगार सहायक विनीता शिवहरे के खिलाफ त्रिलोक सिंह ने शिकायत की थी कि इनके द्वारा ग्राम पंचायत जरेहटा में स्वच्छ भारत अभियान के तहत जारी सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है। इस शिकायत की जांच जब जनपद सीईओ प्रतिपाल सिंह बागरी ने कराई तो शिकायत सही पाई गई। इस इस पर जनपद सीईओ ने रोजगार सहायक विनीता शिवहरे की सेवाएं समाप्त कर आगे की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन जिला पंचायत सीईओ को भेज दिया। सेवाएं समाप्त होने के बाद अब इस मामले में नया खुलासा 1 सितंबर 18 को उस समय हुआ जब जनपद सीईओ प्रतिपाल सिंह बागरी ने आदेेश क्रमांक 844/स्था./मनरेगा/जपं जारी करते हुए पांच रोजगार सहायकों के स्थानांतरण किए गए। इस सूची में सबसे पहला नाम विनीता शिवहरे का है। इनका स्थानांतरण ग्राम पंचायत शीलप से ग्राम पंचायत जरेहटा किया गया है। अब यह कैसे संभव हो गया, यह बड़ा सवाल है।
विधानसभा को भी किया गुमराह
रोजगार सहायक के खिलाफ त्रिलोक सिंह द्वारा की गई शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई इस मामले का महाराजपुर विधायक मानवेन्द्र सिंह ने विधानसभा में अरातांकित प्रश्न क्रमांक 2037 में उठाया। इस सवाल के जवाब में जिला पंचायत छतरपुर द्वारा भेजी गई जानकारी के आधार पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने सदन में बताया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गौरिहार और विकासखंड समन्वयक जनपद पंचायत गौरिहार की संयुक्त कमेटी बनाई गई। इसमें शिकायत सही पाई गई। राशि की वसूली की जा चुकी है। दोषी रोजगार सहायक विनीता शिवहरे की सेवाएं समाप्त की जा चुकी हैं।
जिला पंचायत में हुआ खेल
सरकारी राशि के दुरुपयोग में जब रोजगार सहायक की सेवाएं समाप्त कर दी गई और संबंधितों से सरकारी राशि की वसूली हो गई तो अब इनमें दोषी होने और न होने का तो सवाल ही नहीं उठता है, लेकिन जिला पंचायत सीईओ द्वारा अपने ही जनपद सीईओ सहित विकासखंड समन्वयक की रिपोर्ट को नकारते हुए रोजगार सहायक विनीता शिवहरे की सेवाएं बहाल कर दीं। अब यह कैसे संभव हुआ यह समझ से परे है।
इनका कहना है :
मामले में जिला पंचायत सीईओ को सुनवाई का अधिकार है। विनीता ने अपनी सेवाएं समाप्ति के विरुद्ध जिला पंचायत सीईओ के यहां अपील
की थी। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने सुनवाई की और राशि की वसूली करने के बाद चेतावनी देते हुए सेवाएं बहाल की हैं।
- प्रतिपाल सिंह बागरी, जपं सीईओ, गौरिहार
Created On :   17 Sep 2018 8:14 AM GMT