रूसी कंपनियों को डिफेंस में निवेश का न्याेता

russian companies can play key role in make in india jaitley
रूसी कंपनियों को डिफेंस में निवेश का न्याेता
रूसी कंपनियों को डिफेंस में निवेश का न्याेता

टीम डिजिटल, नई दिल्ली.  डिफेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने रूस को भारत का विश्वसनीय सहयोगी बताते हुए रूसी कंपनियों को आमंत्रित किया है. जेटली ने 'मेक इन रूस: डबल परपज इंडस्ट्रियलाइजेशन ऑफ टेक्नोप्रोम-2017' के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि 'मैं रूसी कंपनियों को भारतीय कंपनियों को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण करने और उनके साथ मिलकर आधुनिक कल-पुर्जों का निर्माण करने के लिए आमंत्रित करता हूं.'

उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत रूसी कंपनियों की ओर से ही हो सकती है. जेटली ने कहा कि डिफेंस उपकरणों के निर्माण के लिए लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को सरल बना दिया गया है. डिफेंस मिनिस्टर ने कहा कि अब डिफेंस उपकरणों के निर्माण और उनका परीक्षण करने के लिए सरकार की ओर से किसी भी प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है, साथ ही जिस उपकरण के निर्माण के लिए लाइसेंस की आवश्यकता है, उसके लिए आरंभिक वैधता को तीन से 15 साल के लिए बढ़ा दिया गया है. जेटली ने कहा कि सरकार का लक्ष्य भारतीय कंपनियों को डिफेंस उपकरणों के निर्माण के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर लाने का है. उन्होंने कहा कि डिफेंस क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को लागू करने का हमारा उद्देश्य न केवल घरेलू जरूरतोंं को पूरा करना था, बल्कि भारतीय कंपनियों को वैश्विक आपूर्तिकर्ता कंपनियों की श्रेणी में लाने का था.   



Created On :   22 Jun 2017 5:36 AM GMT

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