बचपन से एक्टर बनना चाहते थे सतीश कौशिक, कॉमेडी से मिली पहचान

बचपन से एक्टर बनना चाहते थे सतीश कौशिक, कॉमेडी से मिली पहचान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बहुमुखी प्रतिभा के धनी बॉलीवुड एक्टर सतीश कौशिक आज अपना 62वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। सतीश कौशिक बॉलीवुड के फेमस कॉमेडियन के साथ ही डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी हैं। उनका जन्म 13 अप्रैल 1956 को मोहिन्द्रगढ़ हरियाणा में हुआ था। बॉलीवुड फिल्मों में सतीश कौशिक को उनके कॉमिक रोल्स के लिए जाना जाता है। करीब 35 साल के फिल्मी करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्मों में काम किया है।


 

कॉलेज के बाद सीखा ड्रामा


सतीश कौशिक ने स्कूल की पढ़ाई करोलबाग से पूरी की। वो बचपन से ही अभिनेता बनना चाहते थे। इसी सपने को लेकर सतीश ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के करोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करते ही उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया और ड्रामे को बेहतर तरीके से सीखा। यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद सतीश कौशिक की ड्रामे की ओर रुचि और बढ़ गई। जिसके बाद उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीयूट ऑफ़ इंडिया (FTII) में एडमिशन ले लिया। यहां से उन्होंने एक्टिंग और फिल्म मेकिंग का कोर्स किया।

 


 

‘मासूम’ से की एक्टिंग करियर की शुरुआत


सतीश कौशिक ने 1983 में फिल्म मासूम से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की। 1987 में उन्होंने पहली फिल्म "मिस्टर इंडिया" बनाई। इस फिल्म ने उन्हे बॉलीवुड में खास पहचान दिलाई। इस फिल्म में उन्होंने ‘कैलेन्डर’ नाम के एक ‘बावर्ची’ का रोल प्ले किया था। जिसे देखकर दर्शक हंस-हंस कर लोट-पोट हो गए थे।

 

 

1989 में आई फिल्म राम लखन में उन्होंने दमदार अभिनय कर सबके दिलों में जगह बना ली। इसके लिए उन्हें अनुपम खेर के साथ सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता के फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसमें बड़ी बात ये थी कि बॉलीवुड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब एक ही कैटेगरी के लिए दो अभिनेताओं को फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। 1999 में फिल्म ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ से सतीश को बड़ी कामयाबी हासिल हुई। 

 


 

"रूप की रानी चोरों का राजा" से बतौर निर्देशक किया डेब्यू 


निर्देशक शेखर कपूर के साथ सतीश कौशिक ने अपने निर्देशन करियर की भी शुरुआत कर दी। उन्होंने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया साथ ही फिल्म में एक्टिंग भी की। 1993 में सतीश ने फिल्म रूप की रानी चोरों का राजा से बतौर डॉयरेक्टर बॉलीवुड में डेब्यू किया। हालांकि ये फिल्म कुछ ख़ास नहीं चल पाई लेकिन इस फिल्म से सतीश ने काफी कुछ सीखा और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे। एक के बाद एक कई फिल्में बनाते चले गए।


 

बतौर डायरेक्टर उन्होंने 2001 में फिल्म ‘मुझे कुछ कहना है’ 2003 में फिल्म ‘तेरे नाम’ की। तेरे नाम उनकी सुपरहिट फिल्मों में शुमार है। 2007 में सतीश ने अनुपम खेर के साथ मिलकर रोलबाग प्रोडक्शन कंपनी स्थापित कर ली। इसी के बैनर तले उन्होंने ‘तेरे संग’ का प्रोडक्शन किया।  

 


 

हासिल कर चुके हैं बेस्ट कॉमेडियन अवॉर्ड


सतीश कौशिक ने करीब 35 साल के फिल्मी करियर में लगभग सौ फिल्मों में काम कर अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी मशहूर फिल्मों में मोहब्बत, प्रेम प्रतिज्ञा, जमाई राजा, अंदाज, आंटी नम्बर वन, क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता जैसी कई हिट फिल्मों के नाम भी शामिल हैं। फिल्म राम लखन और 1997 में साजन चले ससुराल के लिए वो फिल्मफेयर बेस्ट कॉमेडियन का अवॉर्ड भी हासिल कर चुके हैं। 

Created On :   13 April 2018 3:57 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story