28 जुलाई से शुरू हो गया है सावन मास, जानिए क्या है मुहुर्त और पूजा विधि

Sawan Month Start From 28 July 2018, Importance Of Shravan Monday
28 जुलाई से शुरू हो गया है सावन मास, जानिए क्या है मुहुर्त और पूजा विधि
28 जुलाई से शुरू हो गया है सावन मास, जानिए क्या है मुहुर्त और पूजा विधि

 

डिजिटल डेस्क । इस साल का सावन का महीना बहुत खास रहने वाला है क्योंकि 19 साल बाद एक दुर्लभ संयोग बना है। 28 जुलाई यानी आज से श्रावन मास का शुभारंभ हो गया है। जिसका 26 अगस्त यानी रक्षाबंधन के दिन श्रावण मास का आखिरी दिन होगा। श्रावण मास में इस बार सावन का महीना 28 या फिर 29 दिनों का नहीं रहेगा बल्कि पूरे 30 दिनों तक चलेगा। 

 

हिन्दू धर्म में सावन या श्रावण महीने का खास महत्व है। ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में सोमवार को व्रत रखने और भगवान शंकर की पूजा करने वाले लोगों को मनवांछित फल मिलता है। वहीं सावन महीने की एक बात और खास है कि इस महीने में मंगलवार का व्रत भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के लिए किया जाता है। श्रावण के महीने में किए जाने वाले मंगलवार व्रत को मंगला गौरी व्रत कहा जाता है। इस सावन माह में 4 सोमवार पड़ने के कारण विशेष संयोग बना है। ऐसी मान्यता है कि सावन में सोमवार को व्रत रखने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धिआती है। अगर आप सावन के महीने में सोमवार व्रत रखते हैं तो इस साल आपको सिर्फ चार ही व्रत रखने होंगे, क्योंकि इस श्रावण मास में 4 सोमवार पड़ेंगे। चलिए आपको भी बताते है इस साल श्रावण मास में कितने सोमवार है और कब-कब पडे़गे। 

 

 

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इस दिन पड़ेगे सोमवार  : -  

  • श्रावण मास पहला सोमवार  : 30 जुलाई 2018
  • श्रावण मास दूसरा सोमवार  :  06 अगस्त 2018  
  • श्रावण मास तीसरा सोमवार  : 13 अगस्त 2018 
  • श्रावण मास चौथा सोमवार  :   20 अगस्त 2018

 

पिछले साल सावन 10 जुलाई से शुरू होकर 7अगस्त तक 29 दिन का था। लेकिन इस साल पंचांग के मुताबिक कृष्ण पक्ष में दूज दो दिन 29 व 30 जुलाई को रहेगी। प्रथम दिन से ही भगवान शिव का आगमन आपके गृह पर हो जाएगा। इसीलिए आप पहले ही ये तैयारियां कर लें। 

 

 

सावन का महीना के लिए इमेज परिणाम

 

 

जैसे- 

 

  • प्रथम दिन पूरे घर को साफ सुथरा करलें। 
  • पूजा घर में भगवान की सभी मूर्तियों को गंगा जल से साफ करें। 
  • मंदिर को सजाएं और अपने घर में सात्विक वातावरण रखें।  
  • घर में ॐ नमः शिवाय और शिव मंत्रों की ध्वनि बजाएं। 
  • महामृत्युंजय मंत्र के जाप का उच्चारण भी करें। 

 

श्रावण मास में तीन प्रकार के व्रत

इस महीने में सोमवार को जो व्रत रखा जाता है, उसे सावन का सोमवार व्रत कहते हैं। वहीं सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार तक व्रत रखने को सोलह सोमवार व्रत कहते हैं। इसके अलावा प्रदोष व्रत भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के प्रदोष के दिन किया जाता है।

 

 

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सावन सोमवार व्रत और पूजनविधि

  • सुबह-सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ कपड़े पहनें। 
  • मंदिर है जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध अर्पित करें।
  • भगवान शंकर के सामने तिल के तेल का दीया प्रज्वलित करें।
  • इसके बाद ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। 
  • भोलेनाथ को श्वेत फूल, सफेद चंदन, चावल और बेल की पत्तियां अर्पित करें। 
  • पंचामृत, सुपारी, नारियल, मौसमी फल और गंगाजल भी भोलेनाथ को अर्पित करें।
  • इसके बाद भोलेनाथ के सामने आंख बंद शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें।
  • दिन में सुबह और शाम दो बार भगवान शंकर और मां पार्वती की अर्चना जरूर करें।
  • पूजन विधि के साथ-साथ मंत्रों का जाप भी बेहद आवश्यक माना गया है। 
  • सावन सोमवार व्रत कथा पढ़ें शिव चालीसा का पाठ करें।  

 

 

अधिक मास के कारण पांच सोमवार का बना योग

इस बार अधिक मास के कारण पांच सोमवार का योग बन रहा है। पहला सोमवार बीत चुका है, जो 20 जुलाई को था। दरअसल उत्तराखंड, नेपाल और अन्य पहाड़ी इलाकों में लोग संक्रांति की गणना को मानते हैं। लेकिन पूर्णिमा की गणना के अनुसार 28 जुलाई से सावन आरंभ हो रहा है और पहला सावन सोमवार 30 जुलाई को है। अगर संक्रांति की गणना को मानें तो इस बार सावन में पांच सोमवार है साथ ही सावन पूरे 30 दिनों का है। शास्त्रों के अनुसार जिस साल सावन में 5 सोमवार होते हैं, उस साल रोटक व्रत लगता है। मान्यता के अनुसार रोटक व्रत यानी 5 सोमवार व्रत रखने वालों की भगवान शिव और माता पार्वती सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। 

 

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श्रावण मास  का महत्व

सावन के महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। सावन के महीने में भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव ने सावन के महीने में माता पार्वती की तपस्या से खुश होकर उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकारा था। इस महीने में भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से पद, प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।वहीं शादी योग युवतियों को सावन के महीने में व्रत रखने से मनपसंद जीवनसाथी का साथ मिलता है। 

Created On :   21 July 2018 10:03 AM GMT

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