गूगल के डूडल पर दिखीं देश की पहली फोटो जर्नलिस्ट होमी व्याराल्ला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सर्च इंजन गूगल के डूडल पर शनिवार को दिखाई दे रहीं महिला होमी व्याराल्ला हैं। गुजरात के पारसी परिवार में जन्मीं होमी देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट थीं। पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित होमी का जन्म 9 दिसंबर 1913 को हुआ था। आज 9 दिसंबर 104वें जन्मदिन पर गूगल ने डूडल पर उन्हीं के सम्मान में फोटो लगाई है। होमी के पिता थिएटर कंपनी के मालिक थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया से शुरू किया करियर
होमी व्याराल्ला ने फोटोग्राफी अपने फ्रेंड से सीखी थी। फोटोग्राफी सीखने के बाद उन्होंने अपने कैमरे से मुंबई में आम जन-जीवन की फोटो लेना शुरू कर दिया। बताया जाता है उन्हें फोटो खीचने को ही अपनी आदत बना लिया था। उन्होंने 1930 के दशक में करियर की शुरूआत टाइम्स ऑफ इंडिया में एक फोटोग्राफर के तौर पर की। होमी ने 1930 से 1970 के बीच एक प्रोफेशनल महिला फोटो जर्नलिस्ट के तौर पर काम किया। बताया जाता है कि टाइम्स ऑफ इंडिया से पहले होमी The Illustrated Weekly of India" पत्रिका में काम कर चुकी थीं। होमी ने टाइम्स ऑफ इंडिया के एक फोटोग्राफर और अकाउंटेंट से शादी की थी।
आजादी के समय हुई फेमस
होमी व्याराल्ला आजादी से पहले से ही एक फेमस फोटो जर्नलिस्ट के रूप में जानी जाती थी। होमी ने 1942 में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी घटनाओं की तस्वीर खींची, इसके बाद वे देश की बड़ी फोटो जर्नलिस्ट के तौर पर पहचानी जाने लगी। उन्होंने लार्ड माउंटबेटन की विदाई, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री के दाह संस्कार की तस्वीरें भी खींची। इसके अलावा वे तिब्बत से बच कर आए दलाई लामा और क्वीन एलिजाबेथ की तस्वीर खींचने वाली पहली फोटोग्राफर थीं।
1970 में छोड़ा करियर
होमी व्याराल्ला के पति की मौत 1970 में हुई। जिसके बाद होमी ने अपने करियर को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। होमी ने अपना फोटोग्राफ कलेक्शन दिल्ली की अल्काजी फाउंडेशन फॉर आर्ट्स को दिया। 15 जनवरी 2012 में देश की पहली और बेहतरीन फोटो जर्नलिस्ट ने दुनिया से अलविदा कह दिया। लेकिन उनकी खीची गई फोटो लोगों के जेहान में आज भी जिन्दा हैं।
Created On :   9 Dec 2017 12:14 PM GMT