महाशिवरात्रि के दूसरे दिन दोपहर 12 बजे होगी महाकाल की भस्म आरती

On Second day of Mahashivratri Mahakals Bhasm Aarti will be at 12pm
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन दोपहर 12 बजे होगी महाकाल की भस्म आरती
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन दोपहर 12 बजे होगी महाकाल की भस्म आरती

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाशिवरात्रि का पर्व आज सोमवार को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए मंदिरों में शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र से अभिषेक कर रहे हैं। देश के तमाम शिवालयों को फूल और मालाओं से सजाया गया है। महाशिवरात्रि को भगवान शिव की पूजा करने का सबसे बड़ा दिन माना जा रहा है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन अगर भोलनाथ को खुश कर लिया, तो आपके सभी बिगड़े काम सफल हो जाते हैं।  

उज्जैन में भगवान शिव भूतभावन महाकाल रूप में विराजित हैं। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केवल यही ज्योतिर्लिंग है, जिसकी मुद्रा दक्षिणमुखी है। पूरी तरह से भगवान महाकालेश्वर के रंग में रंगे इस शहर की सुबह-शाम ऐसी लगती है, मानो स्वयं विधाता ने इसे अमृत की बूंदों से नहलाकर सजाया संवारा हो और यही वे बाबा महाकाल हैं जिन पर नित्य भस्म चढ़ाई जाती है।

पंचामृत से अभिषेक
इस महाशिवरात्रि पर प्रति वर्ष की तरह आज प्रात: 3 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई। इससे पहले बाबा को पंचामृत अर्थात दूध, दही, घी, शकर व शहद से नहलाया गया। इसके बाद चंदन का लेपन कर सुगन्धित द्रव्य चढ़ाए गए। बाबा की प्रिय विजया (भांग) से भी उन्हें श्रृंगारित किया गया। इसके बाद बाबा को श्वेत वस्त्र ओढ़ाया गया और फिर बाबा को भस्म रमाने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। भस्मविभूत होने के बाद ढोल-नगाड़े व शंखनाद के साथ बाबा की भस्म आरती की गई।

महाशिवरात्रि की धूम
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन 5 मार्च मंगलवार को भस्म आरती प्रातः 3 बजे की बजाय दोपहर 12 बजे की जाएगी। शिवरात्रि की शाम को बाबा महाकाल को दूल्हे के रूप में सजाया जायेगा, उन्हें फूल और फलों का सेहरा बंधा जायेगा। रात्रि में भजन कीर्तन होंगे और रात्रि जागरण होगा। महाशिरात्रि पर भस्म आरती का समय बदलकर भस्म आरती होती है। महाशिवरात्रि पर्व के समय पर शिप्राजी के तट पर भी श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में स्नान किया।  बाबा की भस्म आरती में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु महाकाल मंदिर में पहुंचे। महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए महाकाल मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आने की संभावना है।

शिव नवरात्रि महोत्सव
महाशिवरात्रि का पर्व देशभर में मनाया जाता है, लेकिन बाबा महाकाल कि नगरी उज्जैन में इस पर्व की बात ही कुछ खास है। फाल्गुन माह में राजाधिराज महाकाल के आंगन में विवाह अर्थात महाशिवरात्रि की धूम रहती है। इस अवसर पर शिव नवरात्रि महोत्सव मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाले शिव नवरात्री पर्व के अंतिम दिन महाशिवरात्रि मनाई जाती है। आज बाबा के दरबार में शिवरात्रि का पर्व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
 

Created On :   4 March 2019 6:45 AM GMT

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