तीसरे दिन भी गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 792 पॉइंट, निफ्टी 10,316 अंक टूटकर बंद

Sensex falls 792 points, Nifty settles at 10,316 as RBI holds rates
तीसरे दिन भी गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 792 पॉइंट, निफ्टी 10,316 अंक टूटकर बंद
तीसरे दिन भी गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 792 पॉइंट, निफ्टी 10,316 अंक टूटकर बंद
हाईलाइट
  • रिजर्व बैंक के पॉलिसी रेट में किसी भी तरह का बदलाव न करने का असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला।
  • सेंसेक्स में 792.17 अंक की गिरावट देखी गई तो वहीं निफ्टी में 282.80 अंक टूट गई।
  • हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को चौतरफा बिकवाली के चलते बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रिजर्व बैंक के पॉलिसी रेट में किसी भी तरह का बदलाव न करने का असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को चौतरफा बिकवाली के चलते बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 792.17 अंक (2.24%) की गिरावट के साथ 34,376.99 के स्तर पर बंद हुआ तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी में 282.80 अंक (2.67%) की गिरावट देखी गई। निफ्टी 10,316.45 के स्तर पर बंद हुई। सबसे ज्यादा मार बैंकिंग और पेट्रोलियम कंपनियों के स्टॉक्स पर पड़ी। बता दें कि ये लगातार तीसरा दिन था जब बाजार में गिरावट देखी गई।
 
कैसा रहा दिनभर का कारोबार?
सेंसेक्स सुबह 71.17 अंकों की गिरावाट के साथ 35,097.99 पर खुला और −792.17 अंक (2.25%) की गिरावट के साथ 34,376.99 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 35,118.54 के ऊपरी और 34,202.22 के निचले स्तर को छुआ। निफ्टी की बात करे तो 10,754.70 पर ओपन होने के बाद
−282.80 अंक (2.67%) की गिरावट के साथ 10,316.45 के स्तर पर बंद हुई। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,261.90 का निचला और 10,540.65 का ऊपरी स्तर छुआ। गुरुवार को निफ्टी 10599.25 के स्तर पर बंद हुई थी।

NSE पर सभी 10 सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में
NSE पर 11 सेक्टोरल इंडेक्स में से आईटी इंडेक्स को छोड़कर सभी लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी का आईटी इंडेक्स 0.97% की तेजी के साथ हरे निशान में बंद हुआ। जबकि सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी पीएसयू बैंक में देखी गई। यह -4.38% की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं निफ्टी बैंक -1.00%, निफ्टी ऑटो -3.17, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस -2.53%, निफ्टी एफएमसीजी -2.64%, निफ्टी मीडिया -3.63%, निफ्टी मेटल -3.57%, निफ्टी फार्मा -0.87    %, निफ्टी प्राइवेट बैंक -1.56% और निफ्टी रिएल्टी में -2.73% की गिरावट देखी गई।

मिडकैप और स्माॉलकैप शेयरों में भी गिरावट
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट देखी गई। BSE का मिडकैप इंडेक्स -388.72 अंक (-2.70%) की गिरावट के साथ 14003.81 और स्मॉलकैप इंडेक्स -285.90 अंक (-2.02%) की गिरावट के साथ 13840.26 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में -2.61% की गिरावट देखी गई। यह 16,299.75 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडैक्स -2.44% की गिरावट के साथ 5,911.65 के स्तर पर बंद हुआ।

निफ्टी में गिरावट वाले टॉप पांच शेयर
हिंद पेट्रो - (163.95) -24.50%
बीपीसीएल - (266.25) -19.60%
आईओसी - (117.50) -16.25%
ओएनजीसी - (147.10) -14.68%
गेल इंडिया - (330.05) -10.30%

सेंसेक्स में गिरावट वाले टॉप पांच शेयर
ओएनजीसी - (146.95) 15.93%
रिलायंस - (1049.85) -6.31%
अडानी पोर्ट्स - (299.00) -5.36%
एसबीआईएन - (257.80) -4.73%
भारती एयरटेल - (296.75) -4.27%

क्या है गिरावट के कारण?
- शुक्रवार को रिजर्व बैंक की क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया गया है। इसमें रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक की रेपो दर 6.5 प्रतिशत और रिवर्स रेपो दर 6.25 प्रतिशत बरकरार रहेगी। इसका असर बैंकिंग स्टॉक्स पर देखने को मिला।  

- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को गिरते रुपये और ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया। उनके इस ऐलान के बाद तेल कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए। यहीं हाल शुक्रवार को भी रहा।

- डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर होता जा रहा है। गुरवार को रुपए ने गिरावट का नया रिकॉर्ड बनाया। रुपया 74.20 के स्तर तक पहुंच गया। 

- कच्चा तेल पिछले नो महिनों में 64 से 85 डॉलर प्रति बैरल पहुंच चुका है और इसके सौ डालर तक पहुंचने की आशंका है। अमेरिकी दबाव के बावजूद रूस और ओपेक देश तेल आपूर्ति बढ़ाने को तैयार नहीं दिख रहे हैं, जबकि ईरान पर चार नवंबर से प्रतिबंध लागू हो जाएंगे।

निवेशकों के डूबे 9 लाख करोड़ रुपये
शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों के 1 अक्टूबर से लेकर अब तक 9 लाख करोड़ रुपये डूब गए है। दअसल BSE पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों का पूंजीकरण एक अक्टूबर को 1,45,42,638.89 करोड़ रुपये था। जो कि 5 अक्टूबर यानी आज गिरकर 1,36,20,666.93 करोड़ रुपये पर आ गया है। इस लिहाज से निवेशकों को 9 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। वहीं, सिर्फ शुक्रवार को निवेशकों के 4.19 लाख करोड़ रुपये डूब गए।

अब क्या करें निवेशक
मार्केट एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मौजूदा माहौल में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) सबसे अच्छा विकल्प है। जिन निवेशकों ने पहले से SIP ले रखी है वह उसे बंद न करे। लंबी अवधि में SIP के जरिए किए गए निवेश का अच्छा फायदा जरूर मिलेगा। वहीं प्राइवेट सेक्टर बैंकों और तेल कंपनियों के शेयरों पर भी एक्सपर्ट्स फोकस करने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में थोड़ी सावधानी बरतने की भी सलाह दी जा रही है।

Created On :   5 Oct 2018 12:04 PM GMT

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