दो दिन में एक बार मिल रहा पानी, मुख्यमंत्री के क्षेत्र में गहराया जलसंकट

Water scarcity arises in area of States Chief Minister Kamal Nath
दो दिन में एक बार मिल रहा पानी, मुख्यमंत्री के क्षेत्र में गहराया जलसंकट
दो दिन में एक बार मिल रहा पानी, मुख्यमंत्री के क्षेत्र में गहराया जलसंकट

डिजिटल डेस्क, छिन्दवाड़ा/ पांढुर्ना। मुख्यमंत्री कमलनाथ के क्षेत्र में इस साल फरवरी महीने में जलसंकट गहराने लगा है। गिरते जलस्तर के देखते हुए नगर पालिका ने दो दिन के अंतराल में होने वाले पेयजल वितरण में कटौती शुरू कर दी है। ऐसे में शहर के परिवारों को अन्य जलस्त्रोतों से पेयजल और रोजमर्रा के कामों के लिए पानी का जुगाड़ करना पड़ रहा है। नगर पालिका फिलहाल जुनेवानी जलाशय में बचे डेड स्टोरेज के पानी और नलकूपों के माध्यम से पेयजल व्यवस्था बना रही है, पर इन जलस्त्रोतों के जलस्तर में भी दिनोंदिन आ रही भारी कमी चिंता खड़ी कर रही है। पानी की कमी और दो दिन के बाद मिलने वाले पानी के वितरण में कटौती के चलते कई इलाकों में प्रेशर से पानी नही पहुंच पा रहा है, ऐसे में यहां टैंकरों से भी जलापूर्ति कर व्यवस्था बनाई जा रही है।

जुनेवानी जलाशय पर टीकी व्यवस्था
पांढुर्ना शहर की आबादी दिनों दिन बढ़ते जा रही है। बीते तीन दशकों में शहर की आबादी तीन गुना तक हो गई पर पांढुर्ना शहर की पेयजल व्यवस्था अभी भी एकमात्र जुनेवानी जलाशय पर ही टिकी हुई। इस साल कम बारिश के चलते जुनेवानी जलाशय उम्मीद से कम ही भर पाया। जलाशय के अलावा नपा ने जुनेवानी जलाशय, जाम नदी के किनारे, अंबाड़ा रोड के आसपास नलकूप किए हैं, इन नलकूपों से भी पानी लेकर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बनाई जा रही है। पर इनके गिरते जलस्तर ने परेशानी बढ़ा दी है। लोगों का कहना है कि जिस हिसाब से पांढुर्ना शहर की आबादी बढ़ी है, उसके एवज में क्षेत्र में जलस्त्रोतों या परियोजनाएं साकार नही हो पाई।

मोही सहित चार जलाशयों का पानी रिजर्व
हर साल पांढुर्ना शहर में भीषण पेयजल संकट की स्थिति बनती है। परिवारों को पेयजल के लिए तरसना पड़ता है। हर साल पनपने वाले संकट को मद्देनजर पांढुर्ना शहर की पेयजल व्यवस्था को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय से जारी निर्देशों के अनुसार मोही जलाशय सहित मांडवी, मोरडोंगरी और भाजीपानी जलाशयों का पानी रिजर्व रखने के आदेश जारी हुए है। इन जलाशयों से पानी परिवहन कर शहर में जलापूर्ति को लेकर नगर पालिका ने टेंडर भी निकाले है, जिन पर लगातार काम हो रहा है।

Created On :   21 Feb 2019 8:19 AM GMT

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