बांग्लादेश चुनाव: शेख हसीना की धमाकेदार जीत, विपक्षी बोले...धांधली की

बांग्लादेश चुनाव: शेख हसीना की धमाकेदार जीत, विपक्षी बोले...धांधली की
हाईलाइट
  • दो तिहाई वोटों से हसीना ने दर्ज की जीत
  • विपक्षियों को चुनाव में हुआ भारी नुकसान
  • विपक्षी पार्टियों ने जीत को सिरे से किया खारिज

डिजिटल डेस्क, ढाका। बांग्लादेश में शेख हसीना के चौथी बार प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। रविवार को हुए आम चुनावों में प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी ने बड़ी दर्ज की है। शेख हसीना की सत्ताधारी पार्टी बांग्लादेश आवामी लीग दो तिहाई सीटों पर जीत हासिल करती नजर आ रही है। बता दें कि बांग्लादेश में 300 सदस्यीय सदन है, जिसमें से 299 पर चुनाव हुए हैं। उम्मीदवार के निधन के बाद एक सीट पर चुनाव कैंसिल कर दिए गए थे। इस बार आम चुनाव के लिए 1,848 उम्मीदवार मैदान में थे।


सोमवार सुबह चुनाव आयोग ने 298 सीटों पर नतीजे जारी कर दिए, जिसमें से शेख हसीना की पार्टी ने 259 सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव में आवामी लीग की सहयोगी पार्टी ने भी 20 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की है। इस चुनाव में विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) को भारी नुकसान हुआ है। बीएनपी 5 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी है।

बांग्लादेश की विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ने इस नतीजे को सिरे से नकार दिया है और दोबारा मतदान कराने की भी मांग की है। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन में पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी बांग्लादेश नेशनल पार्टी, जातीय समाजतांत्रिक दल, गोनो फोरम, कृषक श्रमिक जनता लीग और नागोरिक ओइकिया शामिल हैं। 

 

शेख हसीना के विरोधी का सूपड़ा साफ
चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर सिर्फ गोपालगंज-3 सीट के परिणाम की पुष्टि की है, जिससे शेख हसीना ने चुनाव लड़ा था। शेख हसीना को 2,29, 539 वोट मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्वद्वी बीएनपी उम्मीदवार केवल 123 वोट ही हासिल करने में कामयाब हुए हैं। रविवार शाम ही चुनाव आयोग ने शेख हसीना की जीत की घोषणा कर दी थी। चुनाव आयोग के अनुसार गोपालगंज-3 सीट पर 2,29,747 वोट पड़े। हसीना के दो अन्य विपक्षी उम्मीदवारों को 71 और 14 वोट मिले। 


चुनावी हिंसा में अब तक 17 की मौत
बांग्लादेश चुनाव के दौरान हुई हिंसा में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें ज्यादातर सत्ताधारी पार्टी बीएनपी के साथ-साथ उसके समर्थक दलों के कार्यकर्ता हैं। कुछ जगहों पर हुई हिंसा में सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हुई है।

Created On :   31 Dec 2018 3:37 AM GMT

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